नई दिल्ली। आप कितने खुश हैं और कितना खुश रहना चाहते हैं, यह पूरी तरह से आपके देश पर निर्भर करता है। वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट 2016 के मुताबिक खुशी के वैश्विक रैंकिंग में डेनमार्क, स्विट्जरलैंड को पछाड़कर सबसे खुश देशों की सूची में शीर्ष स्थान पर पहुंच गया है। भारत की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है। 157 देशों की लिस्ट में पिछले साल के मुकाबले और एक स्थान नीचे खिसकर भारत 118वें स्थान पर पहुंच गया है। 20 मार्च को यूएन वर्ल्ड हैप्पीनेस डे का आयोजन करेगा।
संयुक्त राष्ट्र की वैश्विक पहल सतत विकास समाधान नेटवर्क (एसडीएसएन ) द्वारा प्रकाशित द वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। इस रिपोर्ट में प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद, जीवन की संभावना, सामाजिक समर्थन और जिंदगी में अपनाई जाने वाली स्वतंत्रता को खुशी के सूचकों के तौर पर माना गया है। इस लिस्ट में दूसरे स्थान पर स्विट्जरलैंड, तीसरे पर आइसलैंड, चौथे पर नॉर्वे और पांचवें पर फिनलैंड का स्थान है। भारत वर्ष 2015 में 117वें स्थान पर था और इस साल एक पायदान नीचे खिसककर 118वें स्थान पर चला गया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत उन दस देशों के समूह में शामिल है, जिनमें खुशी के पैमाने पर सबसे अधिक गिरावट आई है। भारत के साथ इस सूची में वेनेजुएला, साऊदी अरब, मिस्र, यमन और बोत्सवाना शामिल हैं। भारत, सोमालिया (76), चीन (83), पाकिस्तान (92), ईरान (105), फलस्तीनी क्षेत्र (108) और बांग्लादेश (110) से भी नीचे है। वर्ष 2013 में भारत 111वें स्थान पर था। अमेरिका 13वें, इंडोनेशिया (79वें), ऑस्ट्रेलिया 9वें, इस्राइल 11वें, नाइजीरिया 103वें, रूस 56वें, जापान 53वें और मेक्सिको 21वें स्थान पर है।
दुनिया के सबसे कम खुश रहने वाले देश
157: बुरुंडी
156: सीरिया
155: टोगो
154: अफगानिस्तान
153: बेनिन
152: रवांडा
151: गुआना
150: लाइबेरिया
149: तनजानिया
148: मैडागास्कर
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