नई दिल्ली। देश में प्राइवेट सेक्टर की एक्टिविटी में मार्च के दौरान जोरदार तेजी दर्ज हुई। मार्च में यह 37 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई। निक्केई इंडिया के सर्वे में कहा गया कि ऐसा नए ऑर्डर में बढ़ोतरी के मद्देनजर हुआ है। निक्केई इंडिया मिक्स्ड पीएमआई आउटपुट इंडेक्स मार्च में 54.3 पर पहुंच गया जो फरवरी में 51.2 पर था। यह इंडेक्स मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस दोनों सेक्टर्स का आंकलन करता है।
मैन्युफैक्चरिंग प्रोडक्ट्स की ग्रोथ में भी तेजी आ रही है इसलिए प्राइवेट सेक्टर की उत्पादन वृद्धि में इसका योगदान रहा। इस बीच निक्केई सर्विस बिजनेस एक्टिविटी इंडेक्स मार्च में 54.3 पर पहुंच गया जो जून 2014 से अब तक का उच्चतम स्तर है। फरवरी में इंडेक्स 51.4 पर था। इंडेक्स का 50 से ऊपर रहना ग्रोथ, जबकि इससे नीचे रहना गिरावट का संकेतक है।
सर्वे का आंकलन करने वाली संस्था मार्किट की अर्थशास्त्री पॉलियाना डी लीमा ने कहा, मार्च पीएमआई के सर्वेक्षण से भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए जोरदार तरीके से वित्त वर्ष की समाप्ति का संकेत मिलता है जिसमें विनिर्माण तथा सेवा दोनों क्षेत्रों में गतिविधियां तेजी से बढ़ीं। सर्वेक्षण में कहा गया कि नए कारोबार और उत्पाद में ठोस तेजी के बावजूद रोजगार को रुझान नरम रहा। लीमा ने कहा, एक निराशाजनक बात है कि इस सबके बावजूद रोजगार के रुझान में 2015-16 के दौरान शायद ही बदलाव हुआ। भारतीय सेवा कंपनियां हालांकि आशावादी हैं कि आगामी 12 महीनों में गतिविधियां बढ़ेंगी।
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