नई दिल्ली। भारत ने चीन, अमेरिका और जापान सहित 15 देशों से आयातित स्टेनलेस स्टील की कथित डंपिंग की जांच शुरू की है। घरेलू कंपनियों की ओर से की गई शिकायतों के आधार पर यह कार्रवाई शुरू की गई है।
वाणिज्य मंत्रालय की अन्वेषण शाखा डीजीटीआर ने चीन, कोरिया, यूरोपीय संघ, जापान, ताइवान, इंडोनेशिया, अमेरिका, थाईलैंड, दक्षिण अफ्रीका, संयुक्त अरब अमीरात, हांगकांग, सिंगापुर, मैक्सिको, वियतनाम और मलेशिया के उत्पादों की डंपिंग का सबूत मिलने के बाद जांच शुरू की है।
व्यापार उपचार महानिदेशालय (डीजीटीआर) ने एक अधिसूचना में कहा कि प्राधिकार ने कथित डंपिंग और घरेलू उद्योग को होने वाले नुकसान को लेकर जांच शुरू की है। उसने कहा है कि जांच में डीजीटीआर कथित डंपिंग की स्थिति एवं उसके प्रभावों का आकलन करेगी एवं डंपिंग रोधी शुल्क की सिफारिश करेगी। शुल्क घरेलू उद्योग को हुए नुकसान की पूर्ति के लिहाज से पर्याप्त होगा।
इंडियन स्टेनलेस स्टील डेवलपमेंट एसोसिएशन, जिंदल स्टेनलेस, जिंदल स्टेनलेस (हिसार) और जिंदल स्टेनलेस स्टीलवे ने इन देशों से उत्पाद की डंपिंग किए जाने के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने इन देशों से होने वाले आयात पर डंपिंग रोधी शुल्क लगाने का आग्रह किया है।
डीजीटीआर के मुताबिक वर्ष 2018-19 अवधि के दौरान हुए आयात की जांच की जाएगी। घरेलू उद्योगों को इस आयात से हुए नुकसान के बारे में 2015 से 2018 के आंकड़ों को भी संज्ञान में लिया जाएगा।
Latest Business News