नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में भारी उथल-पुथल के बीच भारत ने इसके स्थिर बाजार की वकालत की है। भारत ने शुक्रवार को कहा कि बाजार ऐसा होना चाहिये जिसमें उत्पादकों को भी ठीक-ठाक कीमत मिले और उपभोक्ताओं के लिये भी दरें किफायती हों। पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने जी20 देशों के तेल मंत्रियों की एक विशेष बैठक में कहा कि भारत वैश्विक तेल मांग में वृद्धि का इंजन बना रहेगा। भारत कच्चा तेल का तीसरा सबसे बड़ा खरीदार है।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि पेट्रोलियम मंत्री ने तेल बाजार में जारी उतार-चढ़ाव के मद्देनजर कहा कि भारत ने हमेशा ही स्थिर बाजार की वकालत की है। जी20 देशों के तेल मंत्रियों ने इस बैठक में तेल बाजार में स्थिरिता सुनिश्चित करने के तरीकों पर चर्चा की। अभी बाजार कोरोना वायरस महामारी के कारण मांग में कमी आने तथा उत्पादन ज्यादा रहने की वजह से प्रभावित है। प्रधान ने वीडियो कांफ्रेंस के जरिये बैठक को संबोधित करते हुए सदस्य देशों को भारत में 23 अरब डॉलर के राहत पैकेज के तहत 8.03 करोड़ गरीब परिवारों को नि:शुल्क एलपीजी सिलिंडर देने की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भारत वैश्विक तेल मांग का इंजन था और बना रहेगा। उन्होंने रणनीतिक भंडार भरने की सरकार की मुहिम के बारे में भी बताया।
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