नई दिल्ली। भारत में पर्सनल कम्प्यूटर (PC) के बाजार का आकार सालाना आधार पर वर्ष 2016 में 15.2 प्रतिशत घटकर 85.8 लाख यूनिट का रह गया, जो 2015 में 101.2 करोड़ यूनिट का था।
शोध कंपनी इंटरनेशनल डाटा कॉरपोरेशन (IDC) के मुताबिक साल की पहली छमाही के दौरान उपभोक्ता मांग कमजोर थी और नवंबर में बड़े नोट बंद होने की वजह से पैदा हुए नकदी संकट की वजह से पीसी की बिक्री में अत्यधिक गिरावट आई है।
- आईडीसी ने कहा कि 2016 की पहली छमाही में पीसी का स्टॉक काफी ज्यादा था, जबकि ग्राहक मांग कमजोर रही।
- हालांकि, इसके बाद जून से त्यौहारी मांग निकलने पर बिक्री में सुधार देखा गया।
- वर्ष 2016 में उपभोक्ता पीसी का बाजार 42.20 लाख इकाई रहा। इसमें पिछले साल के मुकाबले 12.9 प्रतिशत गिरावट रही।
- वाणिज्यिक पीसी की मांग 43.5 लाख रही। पिछले साल के मुकाबले इसमें 17.4 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
आईडीसी इंडिया के एसोसियेट रिसर्च मैनेजर मनीष यादव ने कहा,
ऊंची मुद्रास्फीति, वित्तीय सुदृढ़ीकरण के चलते 2016 की पहली छमाही में ग्राहक धारणा कमजोर बनी रही। लेकिन उसके बाद मुद्रास्फीति में नरमी और वेतन आयोग का लाभ, उपभोक्ता जिंसों के लगातार कम दाम और केंद्रीय बजट में घोषित उपायों से ग्रामीण क्षेत्रों में पीसी की मांग के लिए बेहतर अवसर पैदा हुए।
- बाजार में 28.4 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ एचपी सबसे आगे रही।
- इसके बाद 23.3 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ डेल और 17.6 प्रतिशत के साथ लेनोवो का स्थान रहा।
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