नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग की ऐतिहासिक मुकालात से अगर दोनो देशों के बीच विवाद खत्म होता है तो इसका फायदा भारत को भी मिल सकता है। अभी दोनो देशों के बीच तनाव की वजह से अमेरिका सहित दुनिया के कई देशों ने उत्तर कोरिया पर कई तरह के आर्थिक प्रतिबंध लगाए हुए हैं। लेकिन ट्रंप और किम के बीच आज हुई मुलाकात के बाद ऐसी उम्मीद जगी है कि आने वाले समय से में उत्तर कोरिया के ऊपर लगे प्रतिबंधों में ढील आ सकती है, अगर ऐसा हुआ तो इससे भारत को भी बड़ा फायदा मिलने की संभावना है।
समाचार एजेंसी AP की खबर के मुताबिक बैठक के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बयान दिया है कि किम जोंग के साथ उनकी मीटिंग किसी की भी उम्मीद से बहुत अच्छी रही है, बैठक के बाद अब दोनो नेता कुछ दस्तावेजों पर हस्ताक्षर कर सकते हैं।
अभी तक प्रतिबंधों की वजह से उत्तर कोरिया अपनी जरूरत को पूरा करने के लिए चीन से सामान आयात करता है और कई बार रूस भी उसकी मदद करता है। प्रतिबंधों के बावजूद भारत से भी उत्तर कोरिया को थोड़ा बहुत सामान निर्यात होता है लेकिन इसकी मात्रा बहुत कम है। ऐसे में कोरिया और अमेरिका के बीच अगर विवाद खत्म हुए तो भारत से उत्तर कोरिया को निर्यात होने वाली वस्तुओं में इजाफा हो सकता है।
अभी तक भारत से उत्तर कोरिया सालभर में कुछ करोड़ रुपए का सामान आयात करता है। वाणिज्य मंत्रालय की संस्था एपीडा के दायरे में आने वाले उत्पादों के निर्यात की बात करें तो मार्च में खत्म हुए वित्त वर्ष 2017-18 के दौरान उत्तर कोरिया ने भारत से सिर्फ 12.83 करोड़ रुपए के उत्पादों का आयात किया है, 2016-17 में यह आंकड़ा 5.73 करोड़, 2015-16 में 7.31 करोड़ और 2014-15 में 21.31 करोड़ रुपए का था। हालांकि 2013-14 में यह आंकड़ा 32.72 करोड़ और 2012-13 में 113 करोड़ रुपए से ज्यादा था। अगर उत्तरी कोरिया के साथ अमेरिका के रिश्तों में सुधार होता है तो भारत और कोरिया के बीच व्यापार में बढ़ोतरी होने की संभावना बढ़ जाएगी।
भारत से उत्तर कोरिया अभी तक जो भी आयात करता रहा है उसमें गेहूं या चावल प्रमुख तौर पर रहे हैं। अगर आगे चलकर कोरिया के साथ अमेरिका के रिश्तों में सुधार होता है तो इससे दुनिया के दूसरे देशों के रिश्तों में भी सुधार होगा जो वैश्विक व्यापार के लिए अच्छी डील होगी।
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