नई दिल्ली। भारत अपनी नई दवा नीति जल्द जारी करेगा जिसमें दवाओं के चिकित्सकीय परीक्षण (क्लिनिकल ट्रायल) के नियमों को भी तय किया जायेगा। इससे देश में नई परियोजनाओं को लाने में मदद मिलेगी। भारत के दवा महानियंत्रक जी एन सिंह के नेतृत्व में यहां पहुंची भारतीय अधिकारियों की एक टीम ने यहां बताया कि दवाओं के चिकित्सकीय परीक्षण के लिए प्रक्रियाओं का नया सेट जल्द ही जारी किया जायेगा। यह भी पढ़े: सरकार ने कैंसर जैसी 54 दवाओं के दाम की सीमा की तय, 11 दवाओं का खुदरा मूल्य भी निर्धारित
जल्द जारी होगी नई दवा नीति
सिंह ने गुरवार को बोस्टन में अमेरिका-भारत जैवफार्मा और स्वास्थ्य शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि भारत सरकार इस संबंध में विभिन्न पक्षों के साथ काम कर रही है। इसमें विभिन्न दवाओं के परीक्षण के नये नियम होंगे जिससे कि नई परियोजनाओं के देश में आने की उम्मीद है। यह भी पढ़े: एनपीपीए ने मलेरिया, एचआईवी व कैंसर दवाओं की कीमत 45 फीसदी घटाई
नए नियमों पर काम जारी
पिछले कुछ साल से भारत में क्लिनिकल ट्रायल का काम धीमा पड़ा है। स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के बढते विरोध और अदालतों में विवाद के चलते इसमें सुस्ती आई है। सिंह ने अमेरिका-भारत वाणिज्य एवं उद्योग मंडल के सम्मेलन में कहा कि सरकार ने संबद्ध पक्षों के साथ विचार विमर्श करने के बाद नए नियमों को तैयार किया है। इनमें उन मरीजों के बारे में अधिक जानकारी देने की जरूरत होगी जो कि क्लीनिकल परीक्षण के लिए अपना नाम देंगे। यह भी पढ़े: सरकार ने 10 जरूरी दवाओं के दाम घटाए, आठ और फॉर्मूलेशन को लाया गया मूल्य नियंत्रण दायरे में
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