नई दिल्ली। भारत ने बसों और ट्रकों में उपयोग होने वाले कुछ खास प्रकार के रेडियल टायर के चीन से आयात पर पांच साल के लिये डंपिंग रोधी शुल्क लगाने का प्रस्ताव किया है। घरेलू विनिर्माताओं को चीन से होने वाले सस्ते आयात से बचाने के लिए यह कदम उठाया गया है। केंद्रीय उत्पाद एवं सीमा शुल्क बोर्ड सीबीईसी ने एक अधिसूचना में कहा कि डंपिंग रोधी शुल्क 245.35 डालर से 452.33 डालर प्रति टन लगाया गया है। इससे पहले, डंपिंग रोधी एवं संबद्ध शुल्क महानिदेशालय ने इसकी सिफारिश की थी।
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ऑटामोटिव टायर मैनुफैक्चरर्स एसोसिएशन ने घरेलू विनिर्माताओं जैसे अपोलो टायर्स, जे के टायर इंडस्ट्रीज और सिएट की तरफ से इस संदर्भ में आवेदन दिया था और डीजीएडी से संपर्क कर टायरों की डंपिंग की जांच का आग्रह किया था।
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