नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में भारतीय उद्योगों के कामकाज में धीरे-धीरे सुधार हुआ है और बेहतर त्योहारी मांग के दम पर तीसरी तिमाही में भी यह सुधार जारी रहने की उम्मीद है। एक रिपोर्ट में यह अनुमान व्यक्त किया गया है। रेटिंग एजेंसी इक्रा रेटिंग्स ने एक रिपोर्ट में कहा कि लॉकडाउन की पाबंदियों में ढील दिये जाने से विभिन्न क्षेत्रों में सुधार पहली तिमाही की तुलना में दूसरी तिमाही में स्पष्ट दिखा। कुछ क्षेत्र कोरोना वायरस महामारी से पहले के स्तर पर लौटने में भी सफल रहे और सालाना आधार पर उन्होंने वृद्धि दर्ज की है। अक्टूबर में फेस्टिव सीजन के दौरान मांग में बढ़त से साफ संकेत है कि तीसरी तिमाही में उद्योगों पर दबाव और कम होगा।
रेटिंग एजेंसी के उपाध्यक्ष (कॉरपोरेट सेक्टर रेटिंग) शमशेर दीवान ने कहा, ‘‘मांग को लेकर हम उम्मीद करते हैं कि भारतीय उद्योग जगत धीरे-धीरे सामान्य स्थिति की तरफ लौट रहा है। त्योहारी मौसम के मजबूत प्रदर्शन को देखते हुए तीसरी तिमाही में सुधार जारी रहने का अनुमान है।’’ उन्होंने कहा कि ग्रामीण मांग सकारात्मक है और सामान्य मानसून से इसे समर्थन मिला है। इसके अलावा फसलों की अच्छी उपज, मनरेगा के बढ़े आवंटन के रूप में सरकारी समर्थन, एमएसएमई गारंटी कर्ज तथा अन्य उपायों से भी समर्थन मिला है। उन्होंने कहा कि सुधार की अगुवाई ग्रामीण क्षेत्र करता रहेगा, जबकि शहरी क्षेत्र धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ेगा।
हालांकि दीवान ने कहा कि अभी तक वायरस का टीका नहीं आया है। ऐसे में यदि संक्रमण की दूसरी या तीसरी लहर सामने आती है तो सुधार की गति पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। इक्रा ने कहा कि 587 कंपनियों के वित्तीय परिणाम के विश्लेषण से पता चलता है कि पहली तिमाही की तुलना में दूसरी तिमाही में भारतीय कॉरपोरेट जगत का समग्र राजस्व 34.9 प्रतिशत बढ़ा है। हालांकि, सालाना आधार पर यह 6.5 प्रतिशत कम रहा है।
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