भारत में 1 अरब से ज्यादा लोगों के पास है आधार, कुत्तों, जासूस और भगवान ने भी बनवाया है कार्ड
भारत के सुप्रीम कोर्ट ने आज (26 सितंबर) दुनिया के सबसे बड़े बायोमेट्रिक पहचान कार्यक्रम आधार की संविधानिक वैधता को स्वीकार कर लिया। हालांकि, यह पहचान कार्यक्रम अभी भी पूर्ण सुरक्षा से काफी दूर है।
नई दिल्ली। भारत के सुप्रीम कोर्ट ने आज (26 सितंबर) दुनिया के सबसे बड़े बायोमेट्रिक पहचान कार्यक्रम आधार की संविधानिक वैधता को स्वीकार कर लिया। हालांकि, यह पहचान कार्यक्रम अभी भी पूर्ण सुरक्षा से काफी दूर है।
सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में दलील देते हुए कहा कि याचिकाकर्ताओं ने सिस्टम के कार्य से संबंधित कई तर्क दिए हैं, यह स्पष्ट है कि चूंकि आधार प्रोजेक्ट एक चल रही परियोजना है, जिससे इसके कार्य में कुछ गड़बडि़यां हो सकती हैं और आने वाले समय में इसे फुलप्रूफ बनाने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं।
भारत में 2010 से लेकर अब तक तकरीबन 90 प्रतिशत या 1.2 अरब से अधिक लोगों ने आधार के लिए पंजीकरण कराया है। आधार सिस्टम में गंभीर त्रुटियों से लेकर आंकड़ों के लीक होने जैसी कई गलतियां पकड़ी गई हैं।
आइए नजर डालते हैं आधार से जुड़े अब तक के सबसे चौंकाने वाले तथ्यों पर:
भगवान का भी बना आधार
भगवान हनुमान का आधार कार्ड राजस्थान में 2014 में बनवाया गया। आधिकारिक रिकॉर्ड में उनका नाम हनुमान जी लिखा गया था, उनके पिता का नाम कार्ड में पवन लिखा गया था। कार्ड पर दर्ज की गई विशिष्ट पहचान संख्या को एलपीजी कनेक्शन और बैंक एकाउंट से भी लिंक किया गया था।
पोस्ट ऑफिस ने इस कार्ड को पते पर इसलिए नहीं पहुंचाया क्योंकि वहां के पोस्टमास्टर का कहना था कि हुनमान का फोन स्विच ऑफ जा रहा है। बाद में यूआईडीएआई ने यह स्पष्ट किया कि यह घटना असाधारण है। लेकिन इसके बाद भी सरस्वती और कृष्ण भगवान के नाम पर आधार बनने की जानकारी सामने आई।
कुत्तों की भी बन गई आईडी
मध्य प्रदेश में एक आधार पंजीकरण एजेंसी के सुपरवाइजर मोहम्मद आजम खान ने अपने कुत्ते टॉमी सिंह के नाम पर 2015 में आधार कार्ड बनवा लिया। स्थानीय निवासियों की शिकायत पर पुलिस ने धोखाधड़ी के आरोप में खान को गिरफ्तार किया। कुत्ते के आधार को एलपीजी कनेक्शन के साथ लिंक भी किया गया था। उत्तर प्रदेश में दो कुत्तों मंटू और टीना को भी आधार कार्ड जारी किया गया था।
चीनी जासूस ने भी बनवाया आधार
21 सितंबर 2018 को हरियाणा पुलिस ने दिल्ली में एक चीनी नागरिक को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया। चार्ली पेंग के पास एक आधार कार्ड के साथ ही साथ भारतीय पासपोर्ट भी जब्त किया गया। पुलिस का आरोप है कि वह गुरुग्राम ऑफिस से भारत में एक जासूसी नेटवर्क चलाता था।
पाकिस्तान राजनयिक कर्मचारी के पास भी था आधार
भारत में पाकिस्तान उच्च कमीशन के एक कर्मचारी को अक्टूबर 2016 में आधार कार्ड के साथ गिरफ्तार किया गया था। महबूब अख्तर का नाम जानबूझकर आधार रिकॉर्ड में महबूब राजपूत दर्ज किया गया था। इस घटना के बाद भारत ने अख्तर को देश से निष्कासित कर दिया। नवंबर 2015 में जासूसी के आरोप में पकड़े गए एक अन्य पाकिस्तानी व्यक्ति के पास से भी आधार कार्ड जब्त किया गया था।