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Hindi News पैसा बिज़नेस आत्मनिर्भर भारत अभियान का दिखा असर, 5 महीने में चीन से व्यापार घाटा हुआ आधा

आत्मनिर्भर भारत अभियान का दिखा असर, 5 महीने में चीन से व्यापार घाटा हुआ आधा

अप्रैल से अगस्त 2020 के बीच भारत और चीन के बीच कारोबार से भारत को 12.6 अरब डॉलर का व्यापार घाटा हुआ है। पिछले साल इसी अवधि में व्यापार घाटा 22.6 अरब डॉलर का था। वहीं इससे भी पहले यानि वित्त वर्ष 2018-19 में भारत का व्यापार घाटा 23.5 अरब डॉलर था।

<p>भारत का चीन से...- India TV Paisa Image Source : FILE भारत का चीन से व्यापार घाटा आधा हुआ

नई दिल्ली। मोदी सरकार के द्वारा चलाए जा रहे आत्मनिर्भर भारत अभियान का असर देखने को मिलने लगा है। वित्त वर्ष 2020-21 के पहले 5 महीने में भारत का चीन से होने वाला व्यापार घाटा घट कर आधा हो गया है। यानि इन 5 महीनों के दौरान भारत के चीन को निर्यात और आयात का अंतर अब घट कर पिछले साल के मुकाबले आधा रह गया है । सरकार के द्वारा आत्मनिर्भर अभियान के तहत घरेलू कंपनियों को बढ़ावा देने के लिए कारोबारी नियम घरेलू सेक्टर के पक्ष में करने और भारत से चीन को होने वाले निर्यात में बढ़त से घाटे में गिरावट देखने को मिली है।

कहां पहुंचा व्यापार घाटा
अप्रैल से अगस्त 2020 के बीच भारत और चीन के बीच कारोबार से भारत को 12.6 अरब डॉलर का व्यापार घाटा हुआ है। ये रकम भारतीय करंसी में करीब 93 हजार करोड़ रुपये है। पिछले साल इसी अवधि में व्यापार घाटा 22.6 अरब डॉलर का था। वहीं इससे भी पहले यानि वित्त वर्ष 2018-19 में भारत का व्यापार घाटा 23.5 अरब डॉलर था। यानि व्यापार घाटे में लगातार कमी देखने को मिली है, हालांकि इस बार इसमें तेज गिरावट दर्ज हुई। 

आत्मनिर्भर अभियान का मिला फायदा
जानकारों की माने तो इसके पीछे सरकारी कदमों का अहम योगदान है। सरकार लगातार चीन पर अपनी निर्भरता कम करने के लिए कदम उठा रही थी। हालांकि सीमा विवाद के बाद सरकार ने कई अहम फैसले लिए । जिसमें चीन की कंपनियों पर रोक, देश की सीमाओं से सटे अन्य देशों की कंपनियों पर कड़े नियम जिसका सबसे ज्यादा असर पर चीन पर पड़ा वहीं सरकारी खरीद में घरेलू कंपनियों की भागेदारी को बढ़ाने के लिए नए नियम और चीन से आयात होने वाले कई प्रोडक्ट पर एंटी डंपिंग ड्यूटी जैसे कदम शामिल हैं। इन कदमों से अप्रैल से अगस्त के बीच चीन से निर्यात 27 फीसदी घटा है। 

भारत से निर्यात से बढ़त
आयात पर लगाम के साथ साथ भारत से चीन को बढ़ते निर्यात की वजह से भी व्यापार घाटे पर लगाम लगाने में मदद मिली है। अप्रैल से अगस्त के बीच भारत का चीन को होने वाले निर्यात में 27 फीसदी की तेज बढ़त देखने को मिली है। पिछले साल की इसी अवधि में 9.5 फीसदी की बढ़त रही थी। वहीं जून के महीने में चीन को होने वाला निर्यात पिछले साल के मुकाबले 78 फीसदी बढ़ गया। 

क्या है व्यापार घाटा
देश व्यापार के लिए सेवाओं, उत्पादों और कच्चे माल के आयात और निर्यात पर निर्भर रहते हैं। जब कोई देश किसी दूसरे देश को जितना निर्यात करता है उससे ज्यादा उस देश से आयात करता है तो उसे व्यापार घाटा कहते हैं। एक देश का व्यापार घाटा दूसरे देश के लिए फायदा यानि ट्रेड सरप्लस हो जाता है। व्यापार घाटा किसी भी अर्थव्यवस्था के लिए नकारात्मक संकेत माना जाता है। 

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