नई दिल्ली। घरेलू यात्रियों के मामले में भारत जापान को पछाड़ते हुए तीसरा सबसे बड़ा विमानन बाजार बन गया है। सिडनी के विमानन क्षेत्र के शोध समूह सेंटर फॉर एशिया पैसिफिक एविएशन (सीएपीए) की नवीनतम रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत के घरेलू विमानन यात्रियों की संख्या 2016 में 10 करोड़ रही है। इस मामले में 71.9 करोड़ यात्रियों की संख्या के साथ अमेरिका का पहला स्थान और 43.6 करोड़ यात्रियों के साथ चीन का दूसरा स्थान है।
सीएपीए ने कहा कि भारत ने इस मामले में जापान को पीछे छोड़ दिया है। वर्ष 2016 में वहां घरेलू यात्रियों की संख्या 9.7 करोड़ रही। घरेलू यात्रियों की संख्या 2015 और 2016 में 20-25 प्रतिशत की सतत वृद्धि दिखाई देती है और इस साल जनवरी में वृद्धि दर 25.13 प्रतिशत के स्तर पर पहुंच गई थी। घरेलू यात्रा की मांग की वृद्धि इस साल फरवरी में 16 प्रतिशत रही और 20 प्रतिशत वृद्धि का लम्बा सिलसिला टूट गया।
सीएपीए के अनुसार भारत संपूर्ण हवाई यात्रियों घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों के मामले में अभी ब्रिटेन के साथ चौथे स्थान पर है और अगले साल मार्च तक यह तीसरे स्थान पर आने के बिलकुल करीब है। सीएपीए के भारत के प्रमुख कपिल कौल ने कहा कि अगले दो से तीन साल में भारत तीसरा सबसे बड़ा विमानन बाजार बन जाएगा। यह इसलिए होगा क्योंकि इस क्षेत्र में वृद्धि बहुत अधिक है।
वर्ष 2016 में जापान के कुल हवाई यात्रियों की संख्या 14.1 करोड़ रही जबकि भारत में यह संख्या 13.1 करोड़ रही। इसी प्रकार अमेरिका के हवाई यात्रियों की संख्या 81.5 करोड़ और चीन की 49 करोड़ रही।
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