नई दिल्ली। वित्त मंत्री अरूण जेटली ने कहा कि भारत और ब्रिटेन ने स्वच्छ ऊर्जा परियोजनाओं के वित्त पोषण के लिए 24 करोड़ पाउंड का फंड स्थापित करने का फैसला किया। ग्रीन ग्रोथ इक्विटी फंड एनआईआईएफ (नेशनल इंफ्रास्ट्रक्चर एंड इनवेस्टमेंट फंड) का उप- फंड होगा।
जेटली ने कहा, हमने एनआईआईएफ का गठन किया है। फंड के मामले में यह हमारा पहला प्रमुख कदम है और यह उप- फंड होगा। एनआईआई के इसमें भाग लेने से यह ग्रीन ग्रोथ इक्विटी फंड होगा जहां दोनों 12-12 करोड़ पाउंड का योगदान करेंगे और यह भारत में ऊर्जा जरूरतों का वित्त पोषण करेगा।
भारत ने नई एवं पुरानी परियोजनाओं के वित्त पोषण के लिए 2015 में 40,000 करोड़ रुपए का एनआईआईएफ का गठन किया। जेटली ने नौवें भारत-यूके वित्तीय वार्ता को संबोधित करते हुए कहा, जहां तक फंड का सवाल है, यह पहली शुरूआत होने जा रही है।
जेटली और यहां आए ब्रिटेन के वित्त मंत्री फिलीप हामंद की बैठक के दौरान दोनों देशों ने संयुक्त कोष में 12-12 पाउंड के निवेश की प्रतिबद्धता जताई। इस कोष का मकसद करीब 50 करोड़ पाउंड जुटाना है। कोष भारत के तेजी से बढ़ रहे ऊर्जा और अक्षय ऊर्जा बाजार में शुरूआती निवेश पर जोर देगा।
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