नई दिल्ली। भारत अद्भुत है। यहां दुनिया के सबसे ज्यादा गरीब रहते हैं, बावजूद इसके लोगों के पास कुल निजी संपत्ति के मामले में भारत दुनिया के टॉप 10 देशों की सूची में दसवें स्थान पर है। व्यक्तियों की निजी संपत्ति का मतलब देश में सभी लोगों के पास मौजूद निजी संपत्ति से है। इसमें प्रॉपर्टी, नकदी, शेयर और कारोबारी हित शामिल होते हैं। यूएन की सहस्त्राब्दि विकास लक्ष्य रिपोर्ट 2014 के मुताबिक दुनिया के सभी गरीब लोगों का 32.9 फीसदी हिस्सा भारत में रहता है। इस हिस्सेदारी के साथ भारत गरीबों की सर्वाधिक जनसंख्या वाला देश है। इस मामले में भारत चीन, नाइजीरिया और बांग्लादेश से भी आगे है।
वर्तमान में भारत की कुल आबादी का 29.8 फीसदी हिस्सा गरीब है। वहीं न्यू वर्ल्ड हेल्थ की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक भारत में लोगों की निजी संपत्ति 3,492 अरब डॉलर है। निजी संपत्ति वह संपत्ति है, जिस पर किसी व्यक्ति का अधिकार होता है न कि सरकार का। निजी संपत्ति के मामले में अमेरिका इस सूची में सबसे ऊपर है। अमेरिका में लोगों के पास कुल 48,734 अरब डॉलर की निजी संपत्ति है। Move-Up: भारत में सुधरा बिजनेस का माहौल, सरकार के रिफॉर्म का दिखा असर
कुल इंडीविजुअल वेल्थ के मामले में टॉप 10 देश
वहीं दूसरी ओर प्रति व्यक्ति औसत संपत्ति के मामले में भारत दुनिया के टॉप 20 देशों की सूची में सबसे आखिरी स्थान पर है। भारत में प्रति व्यक्ति संपत्ति औसतन 2,800 डॉलर है। इस सूची में स्विट्जरलैंड 2,85,100 डॉलर के साथ पहले स्थान पर है। UN संकल्प 2030: …तो क्या 15 साल में भारत से खत्म हो जाएगी गरीबी?
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