नई दिल्ली। गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) इंडिया फिनसेक लिमिटेड (आईएफएल) की समाज के निम्न आयवर्ग के लोगों के मकान के सपने को पूरा करने के लिए आसान कर्ज उपलब्ध कराने की योजना है। इसमें वह लोग शामिल हैं जिनकी कोई औपचारिक आय नहीं है या जिन्हें बैंकिंग तंत्र से कर्ज लेने में परेशानी होती है।
बंबई शेयर बाजार में सूचीबद्ध इस एनबीएफसी कंपनी को हाल ही में राष्ट्रीय आवास बैंक से आवास ऋण उपलब्ध कराने का लाइसेंस प्राप्त हुआ है। कंपनी दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में पिछले एक दशक से अधिक समय से संपति के एवज में ऋण और बिना सुरक्षित गारंटी के कर्ज देने के व्यवसाय में है।
कंपनी की यहां जारी विज्ञप्ति के अनुसार आईएफएल हाउसिंग फाइनेंस सरकार के राष्ट्रीय शहरी आवास मिशन 2022 में योगदान करना चाहती है। आवास ऋण वितरण के लिए लाइसेंस मिलने के बाद कंपनी ने आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग, बिना किसी औपचारिक आय वर्ग के लोगों को मकान खरीदने के लिए कर्ज देने की योजना बनाई है।
आईएफएल हाउसिंग फाइनेंस के प्रबंध निदेशक गोपाल बंसल ने कहा है कि कंपनी अपनी ग्राहक अनुकूल प्रक्रिया, नीतियों तथा वितरण प्रणाली के जरिये इस उद्योग की वृद्धि में योगदान करेगी। सरकार ने सबके लिए आवास मिशन के तहत 2022 तक दो करोड़ मकान बनाने का लक्ष्य रखा है जिसके मद्देनजर कंपनी मानती है कि देश भर में सस्ते मकानों के लिए ऋण मांग बढ़कर 10 लाख करोड़ रुपए से अधिक हो जाएगी।
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