नई दिल्ली। आईडीएफसी फर्स्ट बैंक ने शुक्रवार को बताया कि उसके प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी वी वैद्यनाथन ने अपने ईएसओपी ऋण को खत्म करने के लिए अपने 2.75 करोड़ शेयरों की बिक्री लगभग 58 करोड़ रुपए में की है। आईडीएफसी फर्स्ट बैंक ने बीएसई को बताया कि वैद्यनाथन ने अपने गिरवी रखे ईएसओपी शेयरों को छुड़ाने के लिए लिए गए कर्मचारी स्टॉक ऑप्शन प्लान (ईएसओपी) लोन को पूरी तरह से चुकाने के लिए शुक्रवार को 35 करोड़ रुपए मूल्य के शेयरों को बेचने की इच्छा जताई है।
आईडीएफसी फर्स्ट बैंक लिमिटेड ने कहा कि उसे बैंक के मैनेजिंग डायरेक्टर और चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर वी वैद्यनाथन ने 19 मार्च, 2020 को अपने 2,75,58,412 शेयरों को 58 लगभग 58 करोड़ रुपए में बेचा है और यह बिक्री उनके द्वारा लिए गए ईएसओपी लोन को खत्म करने के लिए की गई है।
आईडीएफसी फर्स्ट बैंक ने कहा कि उन्होंने बताया कि इस बिक्री क साथ उनके ऊपर ईएसओपी लोन खत्म हो जाएगा और भविष्य में उन्हें और अधिक शेयर बेचने की जरूरत नहीं होगी। वैद्यनाथन ने कहा कि मैं यह स्पष्ट करना चाहता हमें कि गुरुवार की बिक्री के बाद मेरे पास 4,23,47,144 शेयर बचे रहेंगे।
उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के कारण स्टॉक मार्केट में आई उथलपुथल के कारण हाल ही में बैंक के शेयर का मूल्य नीचे आया है और इस स्थिति में मैंने अपना ईएसओपी लोन पूरी तरह से खत्म करने के लिए शेयर बेचने का निर्णय लिया है। इस शेयर बिक्री के बाद मेरा लोन पूरी तरह से खत्म हो जाएगा। होम लोन के अलावा अब मेरे ऊपर कोई लोन नहीं है।
आईडीएफसी फर्स्ट बैंक का शेयर बीएसई पर 21.15 रुपए पर कारोबार कर रहा था, जो गुरुवार को बंद भाव से 2.42 प्रतिशत नीचे है।
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