नई दिल्ली। आईडीबीआई बैंक ने मंगलवार को कहा कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने एयरसेल के पूर्व प्रवर्तक सी शिवशंकरन की कंपनियों को उसके द्वारा दिए गए कर्ज से संबंधित दस्तावेजों की जांच की है। आईडीबीआई बैंक ने स्टॉक एक्सचेंजों को भेजी सूचना में कहा कि उसने फरवरी 2014 में एक्सेल सनशाइन लिमिटेड को कर्ज दिया था जो दिसंबर 2015 में गैर निष्पादित आस्तियों (NPA) में परिवर्तित हो गया। मीडिया में इस तरह की खबरें आई थीं कि सीबीआई ने एयरसेल के पूर्व प्रवर्तक शिवशंकरन की कंपनियों के खिलाफ 600 करोड़ रुपए की ऋण धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया था।
इस बारे में आईडीबीआई बैंक ने एक्सचेंज को बताया है कि सीबीआई ने इस संदर्भ में बैंक द्वारा दिए गए कर्ज से संबंधित दस्तावेजों की जांच की है और कुछ वरिष्ठ अधिकारियों से बातचीत की है। बैंक ने कहा कि अधिकारी जांच एजेंसी को जरूरी सूचना और स्पष्टीकरण उपलब्ध करा रहे हैं।
सीबीआई अधिकारियों ने 26 अप्रैल को बताया था कि एजेंसी ने आईडीबीआई बैंक से संबंधित 600 करोड़ रुपए के ऋण चूक मामले में शिवशंकरन की दो कंपनियों और सिंडिकेट बैंक और इंडियन बैंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
आईडीबीआई बैंक के पूर्व चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक तथा वर्तमान में इंडियन बैंक के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी किशोर खरात तथा सिंडिकेट बैंक के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी मेल्विन रेगो के खिलाफ सीबीआई ने मामला दर्ज किया है। रेगो पहले आईडीबीआई बैंक के उप-प्रबंध निदेशक थे।
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