नई दिल्ली। चैंपियंस ट्रॉफी में भारत-पाकिस्तान के फाइनल मैच का समय जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है वैसे-वैसे सट्टा बाजार में हलचल तेज होने लगी है। ऑल इंडिया गेमिंग फेडरेशन (AIGF) के अनुमान के मुताबिक इस हाई प्रोफाइल मैच पर 2000 करोड़ रुपये का सट्टा लगा है। साथ ही, इस मैच में बुकीज की पसंदीदा टीम भी इंडिया ही है। यह भी पढ़े: भारत-पाकिस्तान क्रिकेट फाइनल से पहले ऐडवर्टाइजर्स के बीच शुरू हुआ मुकाबला, ऐड रेट्स बढ़कर हुए 10 गुना
एआईजीएफ के सीईओ रॉलैंड लैंडर्स का कहना है कि
कई अध्ययनों के अनुमान के मुताबिक भारत ने इस साल जितने मैच खेल उन सभी पर कुल 2 लाख करोड़ का सट्टा लगा है। और अब जब 10 साल बाद भारत और पाकिस्तान की टीमें किसी अहम टूर्नमेंट के फाइनल में हैं, तो सट्टा मार्केट में बाढ़ आ गई है।
Rolland Landers, CEO of AIGF
लगा है 2 हजार करोड़ रुपए का सट्टा
इंग्लैंड में सट्टा लीगल होने और तकनीक के मददगार होने के चलते रविवार को होने वाले भारत और पाकिस्तान के मैच पर करीब 2000 करोड़ रुपये का सट्टा लगा है। इस सट्टे में बुकीज की पसंदीदा टीम साफतौर पर इंडिया की है। उदाहरण के लिए मान लिया जाए कि यदि कोई इस मैच में भारत की टीम पर 100 रुपए का दांव लगाता है और विराट की टीम यह मैच जीत जाती है, तो दांव लगाने वाले को 147 रुपए मिलेंगे। वहीं अगर पाकिस्तान की टीम जीतती है, तो 100 रुपए के बदले 300 रुपए मिलेंगे।यह भी पढ़े: Moody’s: मूडीज ने बढ़ते सरकारी कर्ज के प्रति पाकिस्तान को किया आगाह, जून तक 79 अरब डॉलर हो जाएगा लोन
खेल के अलग-अलग हिस्सों पर भी लगता है सट्टा
मैच के फाइनल रिजल्ट (हार-जीत) पर सट्टा अलग है। इसके अलावा खेल के अलग-अलग हिस्सों पर भी सट्टा लगता है। जैस- शुरू के 10 ओवरों में दोनों टीमें कितना-कितना स्कोर करेंगी। या कितने ओवर में कितने स्कोर पर कितने विकेट गिरेंगे। कौन सा बल्लेबाज कब तक फिफ्टी या सेंचुरी जमा लेगा। कौन सबसे ज्यादा विकेट लेगा। इस प्रकार खेल के विभिन्न हिस्सों पर सट्टा चलता है। रॉलैंड ने बताया, यूं तो देश भर में सट्टा गैर-कानूनी है, लेकिन भारतीय लोग यूके की वेबसाइट्स के पर अपने इंटरनैशनल क्रेडिट कार्ड और ई-वॉलेट के जरिए सट्टा खेलते हैं।यह भी पढ़े: पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पहली बार 300 अरब डॉलर के पार, जीडीपी ग्रोथ भी 5 प्रतिशत से अधिक
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