नई दिल्ली। द इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI) ने अपने सदस्यों को 9 दिसंबर को एक एडवाइजरी जारी कर केंद्र सरकार के नोटबंदी के फैसले की आलोचना नहीं करने की चेतावनी दी थी। इन निर्देशों की तीखी आलोचना के बाद ICAI ने 10 दिसंबर को इसे वापस ले लिया है।
संस्था ने अपनी वेबसाइट पर एडवाइजरी जारी कर निर्देश दिए थे :
सभी सदस्यों को सलाह दी जाती है कि नोटबंदी को लेकर अपने क्लाइंट को राय देने और किसी अन्य प्लेटफॉर्म पर विचार व्यक्त करने को लेकर सावधान रहें।
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वापस ली एडवाइजरी
- इस एडवाइजरी की सोशल मीडिया पर कड़ी आलोचना की गई थी जिसके बाद इसे हटा लिया गया।
- वेबसाइट पर ICAI के प्रेसिडेंट देवराज रेड्डी के हवाले से कहा गया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नोटबंदी का फैसला आर्थिक विकास को गति देगा।
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नकारात्मक टिप्पणियों को लेकर दी थी चेतावनी
- एडवाइजरी में नोटबंदी पर नकारात्मक टिप्पणियां देने को लेकर सदस्यों को चेेतावनी भी दी गई थी।
- ICAI ने बताया कि गलती कर रहे सदस्यों को समझाने के लिए संस्था काम कर रही है।
- इसके अलावा, तात्कालिक कदम उठाए गए हैं और संबंधित सदस्यों के खिलाफ जांच शुरू की गई है।
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