नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 14 सितंबर को देश की पहली बुलट ट्रेन परियोजनपा का शिलान्यास करने जा रहे हैं। लेकिन बुलट ट्रेन से पहले लोगों की नजरें परिवहन के एक और तेज साधन हाइपरलूप पर टिक गई हैं। जी हां, हाइपर लूप परिवहन के सबसे तेज साधनों में से एक है, जिसकी मदद से आप 1 घंटे का सफर मात्र 5 से 6 मिनट में पूरा कर सकते हैं। देश की पहली हाइपरलूप सर्विस आंध्रप्रदेश के विजयवाड़ा से अमरावती के बीच शुरू होगी। इसके लिए हाइपरलूप ट्रांसपोर्टेशन टेक्नोलॉजीज(एचटीटी) और आंध्रप्रदेश सरकार के बीच एक अहम समझौता हुआ है। दोनों शहरों के बीच फिलहाल 1 घंटे का अंतर है, जो कि अब घटकर 5 मिनट का रह जाएगा।
इस परियोजना के तहत विजयवाड़ा और अमरावती के बीच हाइपरलूप बनाए जाने का प्रस्ताव है। अमेरिकी कंपनी हाइपरलूप ट्रांसपोर्टेशन टेक्नोलॉजिज (एचटीटी) हाइपरलूप कनेक्टर तैयार करेगी। यह काम पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत होगा। प्रोजेक्ट के पहले चरण में एचटीटी छह महीने का फिजिबिलिटी टेस्ट करेगी। इस पर अक्टूबर से काम शुरू हो जाएगा। इसके बाद हाइपरलूप ट्यूब बनाने का काम शुरू होगा। हाल ही में हाइस्पीड परिवहन प्रणाली हाइपरलूप वन ने अपने प्रोटोटाइप यात्री पॉड के परीक्षण के दौरान इसकी रफ्तार को 310 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंचाने में सफलता प्राप्त की थी।
इस मौके पर एचटीटी के चेयरमैन और कॉ-फाउंडर बिबोप ग्रेस्टा के बयान के अनुसार, हम आंध्र प्रदेश के साथ मिलकर एचटीटी हाइपरलूप को भारत में लाने को लेकर कंपनी काफी उत्साहित है। एचटीटी स्थानीय साझेदारों के साथ मिलकर सुरक्षित और पर्याप्त संचालन के लिए जरूरी मानदंड बनाएगी। इस करार के तहत 2,500 के आस-पास नौकरियां भी लोगों को मिलेंगी, जिससे बेरोजगारी पर भी लगाम लगेगी।
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