नयी दिल्ली। कोरोना संकट ने एक बार फिर देश को जकड़ लिया है। इस बीमारी से जहां आम लोग प्रभावित हो रहे हैं, वहीं इससे रिटेल कोरोबार भी बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। पिछले साल के लॉकडाउन से उबरने के बाद एक बार फिर इन छोटी दुकानों पर बंदी का खतरा मंडराने लगा है। कोरोना महामारी के बाद रिटेल कारोबार कैसा होगा इस पर देश की सबसे बड़ी एफएमसीजी कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर लि.(एचयूएल) के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक संजीव मेहता ने अपनी बात रखी।
संजीव मेहता ने कहा कि महामारी के बाद ई-कॉमर्स क्षेत्र और तेजी से बढ़ेगा। वहीं, आधुनिक रिटेल फॉर्मेट भी पटरी पर लौटेगा लेकिन यह बड़े हाइपरमार्केट के रूप में नहीं छोटे प्रारूप के स्टोर के रूप में होगा। मेहता ने अमेजन संभव कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि ई-कॉमर्स क्षेत्र सिर्फ अपनी सुविधा की वजह से नहीं बढ़ेगा, बल्कि यहां आप सब कुछ खरीद सकते हैं, इस वजह से भी क्षेत्र आगे बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि महामारी से भारतीय खुदरा क्षेत्र में प्रौद्योगिकी को तेजी से अपनाया जा रहा है। अगले कुछ साल में सामान्य किराना स्टोर यानी पास-पड़ोस की दुकानें अधिक डिजिटल होंगी।
मेहता ने कहा, ‘‘परंपरागत भारतीय खरीदारी एक अभियान की तरह होती है। लोग सिर्फ खरीदारी के लिए नहीं जाते, बल्कि वे इसका आनंद उठाने जाते हैं। लेकिन यह कुछ कम होगा।’’ उन्होंने कहा कि महामारी के दौरान आधुनिक शॉपिंग केंद्र मसलन कुछ बड़े माल बुरी तरह प्रभावित हुए हैं।
कई लॉकडाउन के दौरान तो बंद भी हो गए। मेहता ने कहा, ‘‘आगे चलकर ई-कॉमर्स क्षेत्र अपनी ‘सुविधा’ तथा सभी वस्तुओं को उपलब्ध कराने की वजह से तेजी से आगे बढ़ेगा।’’
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