PMC बैंक खाताधारकों को मिली बड़ी राहत, RBI ने धन निकासी सीमा बढ़ाकर की 50,000 रुपए
आरबीआई के इस कदम के बाद 78 प्रतिशत से अधिक बैंक के जमाकर्ता अपने खाते से संपूर्ण राशि निकालने में सक्षम होंगे।
नई दिल्ली। संकटग्रस्त पंजाब एंड महाराष्ट्र सहकारी (पीएमसी) बैंक के जमाकर्ताओं के लिए मंगलवार को बड़ी राहत की खबर आई है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने धन निकालने की सीमा को बढ़ाकर 50,000 रुपए कर दिया है। इससे पहले निकासी की सीमा 40,000 रुपए थी।
आरबीआई ने अपने बयान में कहा है कि भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंक की तरलता स्थिति की समीक्षा करने और जमाकर्ताओं को भुगतान की इसकी क्षमता को देखने के बाद निकासी की सीमा बढ़ाकर 50,000 रुपए करने का फैसला किया है। इससे पहले आरबीआई ने 40,000 रुपए तक निकालने की अनुमति दी थी।
आरबीआई के इस कदम के बाद 78 प्रतिशत से अधिक बैंक के जमाकर्ता अपने खाते से संपूर्ण राशि निकालने में सक्षम होंगे। पीएमसी बैंक के ग्राहकों के लिए निकासी प्रक्रिया को भी आसान बनाते हुए आरबीआई ने जमाकर्ताओं को बैंक के स्वयं के एटीएम से निर्धारित सीमा 50,000 रुपए तक की निकासी करने की अनुमति दी है।
आरबीआई ने कहा कि वह स्थिति पर नजर रखे हुए है और बैंक के जमाकर्ताओं के हितों की रक्षा के लिए जो भी जरूरी कदम होंगे वह उठाए जाएंगे। पंजाब एंड महाराष्ट्र सहकारी बैंक, जो शीर्ष 10 शहरी सहकारी बैंकों में से एक है, 23 सितंबर से आरबीआई प्रशासक के अधीन है।
केंद्रीय बैंक ने सितंबर में पीएमसी के खाताधारकों पर धन निकासी के लिये छह माह का प्रतिबंध लगाया था। तब ग्राहकों को खाते से छह माह में मात्र 1,000 रुपए तक की निकासी की अनुमति दी गई थी। इसके बाद से आरबीआई कई बार सीमा बढ़ा चुकी है। बैंक के अब जमा खाताधारक अब छह महीने में एक बार में या फिर किस्तों में 50,000 रुपए तक की निकासी कर सकते हैं।
यह चौथी बार है जब रिजर्व बैंक ने पीएमसी के ग्राहकों के लिए प्रति खाता निकासी की सीमा बढ़ाई है। केंद्रीय बैंक ने कई वित्तीय अनियमितताएं सामने आने के बाद 23 सितंबर को पीएमसी बैंक पर कई तरह की पाबंदियां लगाई थीं। उसी समय प्रति ग्राहक केवल 1,000 रुपए निकासी की सीमा तय की गई थी। केंद्रीय बैंक के इस फैसले की काफी आलोचना हुई। रिजर्व बैंक ने पिछले महीने नकद निकासी सीमा को बढ़ाकर 40,000 रुपए कर दिया था।
बैंक ने एचडीआईएल को 6500 करोड़ रुपए का ऋण गलत तरीके से दिया है, जो बैंक के कुल ऋण का 73 प्रतिशत है। एचडीआईएल अब दिवालिया हो चुकी है। बैंक ने 8,800 करोड़ रुपए का कर्ज बांट रखा है और उसके पास 11,610 करोड़ रुपए की जमा राशि है। आरबीआई की कार्रवाई के बाद बैंक के जमाकर्ताओं द्वारा विभिन्न शहरों में प्रदर्शन किया जा रहा है।