नई दिल्ली। वैश्विक ब्रोकरेज फर्म HSBC ने भारतीय इक्विटी बाजारों को तटस्थ का दर्जा देते हुए उम्मीद जताई है कि इस साल सेंसेक्स 26000 अंक हो जाएगा। फर्म ने इससे पहले इस साल सेंसेक्स 25000 अंक होने की उम्मीद जताई थी।
इसने एक अनुसंधान रिपोर्ट में कहा है कि भारतीय इक्विटी बाजार का निष्पादन अपेक्षा से कम रहा है बाकी क्षेत्र के लिए इसका प्रीमियम घट रहा है। इसके अलावा पीएमआई जैसे व्यापक आर्थिक आंकडे तथा वाहन बिक्री से लगता है कि आय माहौल सुधर सकता है। HSBC ने कहा है, हमने एशियाई संदर्भ में भारत के दर्जे को बढाकर तटस्थ कर दिया है। हमने 2016 के लिए सेंसेक्स लक्ष्य को (25000 से) बढ़ाकर 26000 अंक किया है।
यह भी पढ़ें- भारत की आर्थिक वृद्धि दर वित्त वर्ष 2016-17 में 7.4 फीसदी रहने का अनुमान: HSBC
164 अंकों की तेजी पर बंद हुआ सेंसेक्स
बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 164 अंक की तेजी के साथ 25,653.23 अंक पर बंद हुआ। निवेशकों ने थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति में वृद्धि के साथ मानसून में देरी के अनुमान को ज्यादा तवज्जो नहीं दी और रोजमर्रा के उपयोग के सामान तथा आईटी शेयरों में लिवाली की। इससे पहले, बैंक शेयरों में गिरावट से सूचकांक 137 अंक नीचे आया। वित्तीय परिणाम बेहतर नहीं रहने से बैंक ऑफ बड़ौदा 8.23 फीसदी लुढ़क गया। यह सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में फंसे कर्ज के मुद्दे के समाधान में धीमी प्रगति को रेखांकित करता है। जिन अन्य बैंक शेयरों में बिकवाली दबाव देखा गया, उसमें SBI, ICICI बैंक तथा AXIS बैंक शामिल हैं। जियोजीत बीएनपी परिबा फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य मार्केटिंग रणनीतिकार आनंद जेम्स ने कहा, अंतिम घंटे में मजबूत सुधार से पहले के नुकसान की भरपाई हो गई और बाजार आगे निकल गया। शुक्रवार को सार्वजनिक क्षेत्र के पांच बैंकों को चौथी तिमाही में नुकसान के बाद से बाजार में गिरावट का रख था।
Latest Business News