चेन्नई। सार्वजनिक क्षेत्र की हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) अपने सभी पेट्रोल पंपों को दिसंबर तक स्वचालित बनाएगी। कंपनी के इस कदम का मकसद सही मात्रा और गुणवत्तापूर्ण ईंधन ग्राहकों को उपलब्ध कराना है।
हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक टी आर सुदंररमण ने कहा कि कंपनी के करीब 15,000 पेट्रोल पंप हैं, जिनमें फिलहाल 9,000 स्वचालित हैं। उन्होंने कहा कि हमारी दिसंबर तक सभी पेट्रोल पंपों को स्वचालित बनाने की योजना है। उस समय तक एचपीसीएल के सभी 15,000 पेट्रोल पंप स्वचालित हो जाएंगे।
सुंदररमण ने कहा कि इसमें निवेश बहुत ज्यादा नहीं है। उन्होंने कहा कि पेट्रोल पंपों के स्वचालित होने से ग्राहकों को बिल के साथ उतनी मात्रा में ईंधन मिलेगा, जितना उन्होंने मांगा है। उन्होंने दावा किया कि एचपीसीएल पहली तेल विपणन कंपनी है जिसने 2003 में स्वचालन व्यवस्था शुरू की।
यह पूछे जाने पर कि इससे पट्रोल पंपों पर कोई छंटनी होगी, उन्होंने कहा, नहीं। क्योंकि उसके बाद भी ईंधन भरने के लिए कर्मचारियों की जरूरत होगी। एक सवाल के जवाब में अधिकारी ने कहा कि कंपनी ने मुंबई में कुछ पेट्रोल पंपों पर स्वयं सेवा व्यवस्था शुरू की थी लेकिन इससे सहायता नहीं मिली।
अशोक लेलैंड ने एचपीसीएल के मिल पेश किया सह-ब्रांड ईंधन कार्ड
हिंदुजा समूह की प्रमुख कंपनी अशोक लेलैंड ने हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (एचपीसीएल) के साथ मिलकर ईं-धन कार्ड पेश किया। इसे वाणिज्यिक वाहन के मालिकों की जरूरतों के हिसाब से तैयार किया गया है।
अशोक लेलैंड के प्रबंध निदेशक विनोद के. दसारी ने बताया कि वाणिज्यिक वाहनों का 70 प्रतिशत खर्च ईंधन पर होता है और इस सह-ब्रांड कार्ड से उन्हें साल में 50,000 रुपए तक की बचत होगी। इस कार्ड का उपयोग करने पर उन्हें डेढ़ से तीन प्रतिशत की बचत होगी। इस तरह की सुविधा देने वाली हम पहली कंपनी हैं।
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