नई दिल्ली: अप्रैल-जून तिमाही के दौरान दुनियाभर में कोरोना वायरस का कहर बढ़ा है और कोरोना की वजह से दुनिया के कई बड़े देशों की अर्थव्यवस्था चौपट हुई है। ऐसे देशों में दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अमेरिका के साथ जापान, फ्रांस और ब्रिटेन जैसे देश शामिल हैं। हालांकि अप्रैल से जून के दौरान चीन में कोरोना का कहर लगभग खत्म हो गया था, ऐसे में चीन की अर्थव्यवस्था रिकवर हो गई है और अप्रैल-जून तिमाही के दौरान चीन की अर्थव्यवस्था 11.5 प्रतिशत रिकवर हुई है।
चीन में कोरोना का ज्यादा कहर जनवरी से मार्च के दौरान था और उस समय चीन की अर्थव्यवस्था में 10 प्रतिशत की भारी गिरावट आई थी। अप्रैल जून तिमाही की बात करें तो चीन को छोड़ अन्य सभी बड़ी अर्थव्यवस्थाओं की हालत खराब हुई है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के मुताबिक ऐसी अर्थव्यवस्थाओं में दुनिया के सभी बड़े देश शामिल हैं।
अबतक सामने आए आंकड़ों के मुताबिक बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में सबसे खराब हाल ब्रिटेन का हुआ है, अप्रैल-जून तिमाही के दौरान ब्रिटेन की GDP में 20.4 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। इससे पहले जनवरी-मार्च तिमाही के दौरान भी ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था में गिरावट दर्ज की गई थी। ब्रिटेन के बाद फ्रांस का नंबर है, अप्रैल-जून तिमाही के दौरान फ्रांस की अर्थव्यवस्था 13.8 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि फ्रांस की इकोनॉमी में इससे भी ज्यादा गिरावट की आशंका थी लेकिन फिर भी यह आंकड़े फ्रांस के लिए चिंताजनक हैं।
फ्रांस के बाद यूरोप के एक और देश पर कोरोना की मार सबसे ज्यादा पड़ी है और वह देश है इटली। अप्रैल-जून तिमाही के दौरान इटली की अर्थव्यवस्था में 12.4 प्रतिशत की भारी गिरावट दर्ज की गई है। यूरोप के अंदर इटली में कोरोना ने सबसे ज्यादा कहर ढाया है। इन देशों के अलावा अप्रैल जून तिमाही के दौरान कनाडा की अर्थव्यवस्था में 12 प्रतिशत, जर्मनी की अर्थव्यवस्था में 10.1 प्रतिशत, अमेरिका की अर्थव्यवस्था में 9.5 प्रतिशत और जापान की अर्थव्यवस्था में 7.6 प्रतिशत की भारी गिरावट दर्ज की गई है।
Latest Business News