नई दिल्ली। आर्थिक मंदी और उपभोक्ताओं की सुस्त मांग के बावजूद देश के शीर्ष सात शहरों में 2019 की पहली तीन तिमाहियों में करीब 1.54 लाख करोड़ रुपए के मकानों की बिक्री हुई है। पिछले साल इसी अवधि की तुलना में बिक्री में 16 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। प्रॉपर्टी से जुड़ी परामर्श देने वाली फर्म एनारॉक ने यह जानकारी दी। एक साल पहले की इसी अवधि में करीब 1.33 लाख करोड़ रुपए के मकानों की बिक्री हुई थी।
कंपनी के चेयरमैन अनुज पुरी ने कहा कि 2019 में जनवरी से सितंबर तक इन शहरों में करीब 2.02 लाख इकाइयों की बिक्री हुई। एक साल पहले इसी अवधि में लगभग 1.78 लाख घर बेचे गए थे। मूल्य के आधार पर, सबसे ज्यादा आवास बिक्री मुंबई महानगर क्षेत्र में दर्ज की गई। 2019 में सितंबर तक मुंबई में 62,970 करोड़ रुपए मूल्य के मकानों की बिक्री हुई। 2018 में यह आंकड़ा 47,240 करोड़ रुपए था। इस दौरान, 33 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
मुंबई के बाद बेंगलुरु में 28,160 करोड़ रुपए मूल्य के मकान बिके। पिछले साल की इस अवधि की तुलना में इसमें सात प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। सितंबर 2018 तक यह आंकड़ा 30,310 करोड़ रुपए था। पुरी के मुताबिक, पुणे में आवास बिक्री 32 प्रतिशत बढ़कर 17,530 करोड़ रुपए पर रही। जनवरी-सितंबर 2018 में 13,275 करोड़ रुपए की आवास बिक्री हुई थी।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में 2019 में अब तक 24,860 करोड़ रुपए के मकानों की बिक्री हुई। 2018 की तीन तिमाहियों में यह आंकड़ा 21,600 करोड़ रुपए था। इस दौरान, 15 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। हैदराबाद और चेन्नई में 2019 में अब तक क्रमश: 9,400 करोड़ रुपए और 5,580 करोड़ रुपए की आवास बिक्री दर्ज की गई। कोलकाता में 5,850 करोड़ रुपए की आवास बिक्री हुई।
शीर्ष सात शहरों में 2019 की तीन तिमाहियों में चेन्नई का प्रदर्शन सबसे खराब रहा। वहीं, 2019 की तीसरी तिमाही में शीर्ष सात शहरों में आवास बिक्री 17 प्रतिशत गिरकर 42,040 करोड़ रुपए रही। एक साल पहले की इसी तिमाही में 50,535 करोड़ रुपए के मकान बिके थे।
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