नई दिल्ली। देश के नौ प्रमुख शहरों में जुलाई से सितंबर की अवधि के दौरान घरों की बिक्री छह प्रतिशत बढ़कर 51,142 इकाई पर पहुंच गई। रियल एस्टेट बाजार पर नोटबंदी, रेरा और जीएसटी के बाद बढ़ी मांग से यह वृद्धि हुई है। एक सर्वेक्षण में यह कहा गया है।
रियल एस्टेट क्षेत्र में शोध एवं आकलन करने वाली कंपनी प्रॉप इक्विटी ने नौ शहरों गुड़गांव, नोएडा, मुंबई, कोलकाता, पुणे, हैदराबाद, बेंगलुरु, थाणे और चेन्नई के आंकड़ों के आधार पर रिपोर्ट तैयार की है। कैलेंडर वर्ष की तीसरी तिमाही में नए घरों की पेशकश भी 12 प्रतिशत बढ़कर 32,870 इकाई पर पहुंच गई।
प्रॉप इक्विटी के संस्थापक एवं प्रबंध निदेशक समीर जसूजा ने कहा कि पिछले एक साल में कीमतें गिरी हैं और अब रियल्टी बाजार में सुधार होने लगा है। त्योहारी मौसम के मद्देनजर डेवलपर छूट, वित्तीय योजना तथा उपहार आदि के जरिये बिक्री बढ़ाने की कोशिश करेंगे।
रिपोर्ट के अनुसार इन नौ शहरों में इस दौरान बिना बिके घरों की संख्या में आठ प्रतिशत की गिरावट आई है और इनकी संख्या घटकर 6,17,456 इकाई रह गई। अलग-अलग शहरों की यदि बात की जाए तो बेंगलुरु में मकानों की बिक्री 14 प्रतिशत बढ़कर 8,916 इकाई पर पहुंच गई। मुंबई में आवास बिक्री 20 प्रतिशत बढ़कर 5,736 इकाई और पुणे में 17 प्रतिशत बढ़कर 11,720 इकाई रही।
दिल्ली-एनसीआर, नोएडा में 34 प्रतिशत उछाल के साथ बिके मकानों की संख्या 920 तक पहुंच गई, जबकि गुड़गांव में इसमें 41 प्रतिशत गिरावट दर्ज की गई और यह संख्या 1,992 इकाई रही।
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