नई दिल्ली। खाद्यान्नों के रिकॉर्ड उत्पादन के बाद देश में इस साल बागवानी फसलों की भी बंपर पैदावार होगी। खासतौर से प्याज के उत्पादन में पिछले साल के मुकाबले 17 प्रतिशत से ज्यादा का इजाफा होने का अनुमान है। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय की ओर से जारी बागवानी फसलों के दूसरें अग्रिम उत्पादन अनुमान के अनुसार देश में 2019-20 में करीब 32.05 करोड़ टन बागवानी फसलों का उत्पादन हो सकता है, जोकि पिछले साल के करीब 31.07 करोड़ टन से 3.13 प्रतिशत अधिक है।
पिछले साल के आखिर में प्याज की महंगाई ने जहां उपभोक्ताओं का जायका बिगाड़ दिया था वहीं सरकार के लिए भी परेशानी खड़ी कर दी थी, लेकिन इस साल ऐसी नौबत शायद नहीं आएगी क्योंकि पिछले फसल वर्ष 2018-19 की तुलना में इस साल प्याज के उत्पादन में 17.17 प्रतिशत का इजाफा होने का अनुमान है। वर्ष 2018-19 में जहां प्याज का उत्पादन 228.19 लाख टन था, वहीं साल 2019-20 में प्याज का उत्पादन 267.38 लाख टन रहने का अनुमान है।
दूसरे अग्रिम उत्पादन अनुमान के अनुसार, देश में सब्जी, फल, एरोमेटिक और मेडिसिनल प्लांट के साथ फूलों के उत्पादन में वृद्धि हुई है, जबकि मसाले और प्लांटेशन क्रॉप के उत्पादन में पिछले साल के मुकाबले कमी आई है। फलों का उत्पादन पिछले साल जहां 979.7 लाख टन था वहां इस साल बढ़कर 990.7 लाख टन होने का अनुमान है। खासतौर से केले, सेब, नींबू-संतरा और तरबूज के उत्पादन में वृद्धि हुई है।
सब्जियों का उत्पादन 2019-20 में 19.17 करोड़ टन होने का अनुमान है, जबकि पिछले साल 2018-19 में 18.31 करोड़ टन था। सब्जियों में खासतौर से प्याज, टमाटर, आलू और मटर के उत्पादन में इजाफा हुआ है। दूसरे अग्रिम उत्पादन अनुमान के अनुसार, टमाटर का उत्पादन पिछले साल के 190.1 लाख टन के मुकाबले 8.2 फीसदी बढ़कर 205.7 लाख टन हो गया है। आलू का उत्पादन 5.13 करोड़ टन होने का अनुमान है, जबकि पिछले साल करीब 5.02 करोड़ टन हुआ था।
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