नई दिल्ली। दुपहिया वाहन क्षेत्र की प्रमुख कंपनी होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया (एचएमएसआई) ने चुनौतीपूर्ण बाजार परिस्थितियों के बीच स्थायी कर्मचारियों के लिये स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (वीआरएस) की पेशकश की है। कंपनी प्रबंधन के मानेसर कारखाने के कर्मचारियों को भेजे गये पत्र के अनुसार वीआरएस के लिये पांच जनवरी से 23 जनवरी तक आवेदन दिये जा सकते हैं। वीआरएस कंपनी के निदेशक स्तर के अधिकारियों को छोड़कर सभी स्थायी कर्मचारियों के लिये है। कंपनी में 31 जनवरी, 2021 तक 10 साल पूरा करने वाले 40 साल से ऊपर के स्थायी कर्मचारी वीआरएस के लिये आवेदन दे सकते हैं। पत्र के अनुसार, योजना में निदेशक स्तर के अधिकारी शामिल नहीं हो सकेंगे। वीआरएस के तहत वरिष्ठ प्रबंधक-उपाध्यक्ष और स्थायी कर्मचारी अधिकतम 72 लाख रुपये प्राप्त कर सकते हैं। प्रबंधक को 67 लाख रुपये, उप-प्रबंधक 48 लाख रुपये, सहायक प्रबंधक 36 लाख रुपये, वरिष्ठ कार्यकारी 31 लाख रुपये, कार्यकारी 27 लाख रुपये और सहायक कार्यकारी 15 लाख रुपये तक प्राप्त कर सकते हैं। कंपनी योजना का विकल्प चुनने वाले पहले 400 कर्मचारियों को 5 लाख रुपये अतिरिक्त देने की पेशकश कर रही है। पत्र के अनुसार, भारतीय वाहन उद्योग इस समय चुनौतीपूर्ण दौर से गुजर रहा है क्योंकि बिक्री कोविड-19 महामारी और उसके फलस्वरूप अर्थव्यवस्था में नरमी के कारण घट गयी है। दुपहिया वाहन कंपनी ने कहा कि ऐसी कठिन परिस्थिति में प्रबंधन अपने परिचालन और उत्पादन गतिविधियों को दुरूस्त करने का प्रयास कर रही है।
कंपनी के द्वारा हाल में जारी आंकड़ों के मुताबिक होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया (एचएमएसआई) की बिक्री दिसंबर, 2020 में तीन प्रतिशत बढ़कर 2.63 लाख इकाई पर पहुंच गई। कंपनी ने दिसंबर, 2019 में 2.55 लाख वाहन बेचे थे। कंपनी ने सोमवार को बयान में कहा कि दिसंबर में घरेलू बाजार में उसकी बिक्री पांच प्रतिशत बढ़कर 2.42 लाख इकाई पर पहुंच गई, जो इससे पिछले साल समान महीने में 2.30 लाख इकाई रही थी। कंपनी ने कहा कि अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में घरेलू बाजार में उसकी बिक्री सालाना आधार पर पांच प्रतिशत बढ़कर 11,49,101 रही, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 10,91,299 इकाई रही थी।
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