नई दिल्ली। भारत की सबसे बड़ी उपभोक्ता उत्पादन बनाने वाली कंपनी हिंदुस्तान यूनीलिवर लिमिटेड ने शुक्रवार को वित्त वर्ष 2015-16 की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) के वित्तीय परिणामों की घोषणा की। कंपनी ने बताया कि ग्रामीण इलाकों में कमजोर मांग की वजह से उसकी बिक्री घटी है, जिसकी वजह से इस तिमाही में कंपनी का शुद्ध मुनाफा 22 फीसदी घटा है।
एंग्लो-डच कंज्यूमर ग्रुप यूनीलिवर की भारतीय यूनिट हिंदुस्तान यूनीलिवर ने बताया कि अक्टूबर-दिसंबर 2015 तिमाही में उसका शुद्ध मुनाफा 971.40 करोड़ रुपए रहा है, इससे पिछले साल की समान तिमाही में कंपनी का शुद्ध मुनाफा 1252 करोड़ रुपए था। हिंदुस्तान यूनीलिवर, जिसे भारतीय कंज्यूमर सेंटीमेंट का बैरोमीटर माना जाता है, ने हाल ही के कुछ महीनों में अपने प्रमुख उत्पादों की कीमतों को घटाया था, क्योंकि कमजोर मानसून और खाद्य पदार्थों की बढ़ती कीमतों की वजह से उसके उत्पादों की मांग कम हो गई थी।
अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में कंपनी की बिक्री 3.21 फीसदी घटकर 7,822.86 करोड़ रुपए की रही है। इस दौरान कंपनी की आय 2.66 फीसदी बढ़कर 7981 करोड़ रुपए रही, जो कि पिछले साल की समान तिमाही में 7,774 करोड़ रुपए थी। वित्त वर्ष 2015-16 की तीसरी तिमाही में एचयूएल की वॉल्यूम ग्रोथ 6 फीसदी दर्ज की गई है। इस तिमाही में कंपनी को 79.6 करोड़ रुपए का अतिरिक्त घाटा हुआ है। साल दर साल आधार पर अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में एचयूएल का एबिटडा 1,431 करोड़ रुपए हो गया है। वित्त वर्ष 2015 की तीसरी तिमाही में एचयूएल का एबिटडा 1,331 करोड़ रुपए रहा था। सालाना आधार पर वित्त वर्ष 2016 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में एचयूएल का एबिटडा मार्जिन 17.1 फीसदी से बढ़कर 17.9 फीसदी हो गया है।
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