पेट्रोल 2.26 रुपए और डीजल 1.78 रुपए प्रति लीटर होना था महंगा, ऑयल कंपनियों ने टाली मूल्यवृद्धि
सार्वजनिक क्षेत्र की ऑयल कंपनियों ने पेट्रोल में 2.26 रुपए और डीजल में 1.78 रुपए प्रति लीटर की मूल्यवृद्धि के फैसले को फिलहाल टाल दिया है।
नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की ऑयल कंपनियों ने पेट्रोल में 2.26 रुपए और डीजल में 1.78 रुपए प्रति लीटर की मूल्यवृद्धि के फैसले को फिलहाल टाल दिया है। इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी), भारत पेट्रोलियम कॉर्प (बीपीसीएल) और हिंदुस्तान पेट्रोयिम कॉर्प (एचपीसीएल) प्रत्येक माह की पहली और 16 तारीख को ईंधन की कीमतों में संशोधन करती हैं। यह संशोधन पिछले पखवाड़े में औसत अंतरराष्ट्रीय कीमतों के आधार पर किया जाता है।
- अंतरराष्ट्रीय गैसोलीन (पेट्रोल) की कीमतें पिछले 15 दिनों में 57.43 बैरल प्रति डॉलर से बढ़कर 62.83 डॉलर प्रति बैरल हो गई हैं। इसी प्रकार डीजल की अंतरराष्ट्रीय कीमत 56.79 डॉलर प्रति बैरल से बढ़कर 60.97 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच चुकी हैं।
- अंतरराष्ट्रीय कीमतों में वृद्धि होने और डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 68.05 से कमजोर होकर 68.23 प्रति डॉलर होने की वजह से पेट्रोल में 2.26 रुपए प्रति लीटर और डीजल में 1.78 रुपए प्रति लीटर की वृद्धि आवश्यक थी, जिसे कंपनियों ने टाल दिया है।
- इस मूल्यवृद्धि में लोकल टैक्स शामिल नहीं हैं। वैट को मिलाकर पेट्रोल में वास्तविक वृद्धि 2.90 रुपए प्रति लीटर और डीजल में 2.10 रुपए प्रति लीटर होनी थी।
- दिल्ली में वर्तमान में पेट्रोल की कीमत 66.10 रुपए प्रति लीटर और डीजल 54.57 रुपए प्रति लीटर बिक रहा है।
- इससे पहले एक दिसंबर को पेट्रोल की कीमतों में 13 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई थी, वहीं डीजल के दाम 12 पैसे प्रति लीटर घटे थे।
इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के चेयरमैन बी अशोक ने मूल्यवृद्धि के टालने वाले कदम का बचाव करते हुए कहा कि,
किसी निश्चित तिथि पर कीमतों में बदलाव करना, ऐसा जरूरी नहीं है। हम इसकी लगातार समीक्षा कर रहे हैं और सही समय पर उचित फैसला लेंगे। कीमतों में संशोधन समायोजित तरीके से किया जाता है।
- इंडस्ट्री सूत्रों के मुताबिक मूल्यवृद्धि को एक या दो दिनों के लिए टाला गया है क्योंकि अभी संसद का शीतकालिन सत्र चल रहा है और मूल्यवृद्धि से सरकार की परेशानी और बढ़ सकती है, विशेषकर तब जब नोटबंदी के बाद सरकार विपक्षी दलों के विरोध का सामना कर रही है।
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- संसद का शीतकालिन सत्र शुक्रवार को अनिश्चितकाल के लिए समाप्त हो गया है तो पेट्रोल-डीजल की कीमतों में वृद्धि का ऐलान भी जल्द ही किया जाएगा।