5 Reasons - गिरते Gold को मिला सहारा, निवेश का सुनहरा मौका
एक्सपर्ट्स सोने की कीमतों को लेकर अब बुलिश नजर आ रहे है। पिछले तीन महीने में घरेलू बाजार में Gold की कीमतें करीब 10 फीसदी तक चढ़ गई हैं।
नई दिल्ली। क्या Gold में निवेश के लिए अब बेहतर समय शुरू हो गया है? पिछले तीन महीने में घरेलू बाजार में सोने की कीमतें करीब 10 फीसदी तक चढ़ गई हैं। वहीं ग्लोबल मार्केट में भी सोने की कीमतों में करीब 8 फीसदी की उछाल देखने को मिली है। तमाम एक्सपर्ट्स और ब्रोक्रेज हाउसेस भी सोने की कीमतों को लेकर अब बुलिश नजर आ रहे है और अगले साल 10 से 12 फीसदी तक रिटर्न की उम्मीद जता रहे हैं। लेकिन ऐसे में सवाल यह खड़ा होता है कि सोने को लेकर पिछले तीन महीनों में ऐसा क्या हुआ, कि सोने को निवेश के लिए आकर्षक न मानने वाले विशेषज्ञ अब कीमतों में जोरदार तेजी की संभावना जता रहे हैं।
उम्मीद लगाई जा रही है कि पिछले तीन वर्षों में पहली बार सोना पॉजिटिव रिटर्न दे सकता है। 2012 में सोने ने 9.90 फीसदी की रिटर्न दिया था। लेकिन 2013 में -5.05, 2014 में -9.36 की गिरावट दर्ज की। हालांकि इस साल एक्सपर्ट्स एक बार फिर पॉजिटिव रिटर्न की उम्मीद लगा रहे हैं। घरेलू मार्केट में सोना फिलहाल 27,000 रुपए प्रति 10 ग्राम के आसपास है। जबकि पिछले साल इस समय सोना 25,900 रुपए प्रति 10 ग्राम के आसपास कारोबार कर रहा था।
सोना दे सकता है 10 से 12 फीसदी का रिटर्न
एसएमसी ग्लोबल के रिसर्च हेड डॉ. रवि सिंह ने बताया कि अब सोने की कीमतों लेकर पॉजिटिव माहौल बन रहा है। पिछले कुछ महीनों के दौरान सोने को लेकर फंड और रिसर्च हाउस का भरोसा बढ़ा है। सिंह ने कहा कि अगले साल सोना निवेशकों को 10 से 12 फीसदी का रिटर्न दे सकता है। वहीं दिसंबर तक सोने की कीमतें 28,000 रुपए प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकती है। उनके मुताबिक मौजूदा समय में लंबी अवधि के लिए सोने में निवेश किया जा सकता है।
इन पांच कारणों से बदला सोने का समीकरण
त्योहारी और शादी के सीजन से बढ़ी मांग
सितंबर अंत से लेकर दिसंबर तक त्योहारी सीजन माना जाता है, इस दौरान देश में सबसे ज्यादा ज्वैलरी की बिक्री होती है। वहीं शादी का सीजन भी शुरू हो जाता है। इसकी वजह से देश में सोने की डिमांड बढ़ जाती है। इस नवरात्र में 10 फीसदी तक सोने की बिक्री बढ़ने का अनुमान है। यही कारण है कि सितंबर में खत्म हुए क्वार्टर के दौरान सोने का इंपोर्ट 25 फीसदी बढ़कर 262.2 टन रहने का अनुमान है।
टल सकती है ब्याज दरों में बढ़ोत्तरी
अमेरिका में हाल में आए कमजोर आर्थिक आंकड़ों को देखकर अमेरिकी सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व को इस साल ब्याज दरों में बढ़ोतरी नहीं करने का दबाव बढ़ेगा। एक्सटर्स मानते है कि अमेरिका में इस साल ब्याज दरें नहीं बढ़ेंगी। अमेरिकी सेंट्रल बैंक ने साफ तौर पर कहा है कि अमेरिका में ब्याज दरों में बढ़ोत्तरी तभी की जाएगी जब आर्थिक हालात सामान्य हों और महंगाई दर भी बढ़ जाए।
सोने का उत्पादन घटने की आशंका
डॉ. रवि सिंह ने बताया कि सोने की कीमतों में रिकवरी जरुर आई है। लेकिन अभी भी सोने की कीमतें माइनिंग लागत के आसपास ही है। पिछले तीन से साल सोने की कीमतों में गिरावट देखने को मिली है। ऐसे में माइनिंग कंपनियां उत्पादन बंद या फिर कटौती कर रहे है। इसके कारण सोने की सप्लाई की आशंका है, जिससे कीमतों को सपोर्ट मिल रहा है।
क्रूड ऑयल में तेजी से हेजिंग के लिए बढ़ेगी सोने की डिमांड
पिछले दो महीने के दौरान क्रूड की कीमतों में 13 फीसदी से ज्यादा की तेजी देखने को मिली है। ग्लोबल मार्केट में ब्रेंट क्रूड की कीमतें 50 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुंच गई है। क्रूड की कीमतों में आई तेजी से महंगाई भड़क सकती है। महंगाई को हेज करने की लिए सोने की डिमांड बढ़ने की उम्मीद है।
चीन और यूरोप में आर्थिक सुस्ती से बढ़ेगी चमक
एक्सपर्ट्स मानते है कि शेयर बाजार में पिछले दिनों में अच्छी तेजी देखन को मिली है। वहीं, चीन और यूरोप की आर्थिक रफ्तार धीमी पड़ती नजर रही है। ऐसे में शेयर बाजार में आने वाले दिनों में मुनाफावसूली देखने को मिल सकती है और सोने में सुरक्षित निवेश के लिहाज से सोने की डिमांड बढ़ सकतै है। ऐसे में आने वाले साल के लिए लिए सोने में तेजी की संभावनाएं प्रबल हैं।
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