नई दिल्ली। पिछले दशक के आर्थिक संकट के दौर में बड़ा दांव लगाने वाले हेज फंड मैनेजर जॉन पॉलसन को 17 अप्रैल तक फेडरल और स्टेट टैक्स के तौर पर लगभग 1 अरब डॉलर (लगभग 65 अरब रुपए) का भुगतान करना है। उन्होंने पिछले साल 50 करोड़ डॉलर टैक्स के तौर पर दिए थे। द वॉल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट के अनुसार, 17 अप्रैल तक चुकाई जाने वाली टैक्स की रकम इतनी बड़ी है कि इंटरनल रेवेन्यू सर्विस के नियमों के अनुसार, कोई भी एकल करदाता इसका भुगतान एक चेक के जरिए नहीं कर सकता। एक चेक के जरिए अधिकतम 9,99,99,999 डॉलर का ही भुगतान किया जा सकता है।
सबप्राइम संकट के दौरान कमाए थे 15 अरब डॉलर
रिपोर्ट के अनुसार, पॉलसन ने पिछले दशक के आर्थिक संकट के दौरान सबप्राइम मॉर्गेज पर जो दांव लगाया था उससे उनके फंड को 15 अरब डॉलर का लाभ हुआ। इसमें उनका व्यक्तिगत लाभ तकरीबन 4 अरब डॉलर का था। उन्होंने इस लाभ पर दिए जाने वाले टैक्स को टाल दिया। दरअसल, उस समय हेज फंड मैनजरों को टैक्स बाद में चुकाने का एक प्रावधान था।
दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों की लिस्ट में है जॉन पॉलसन का नाम
जॉन पॉलसन का नाम दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों की लिस्ट में भी आता है, कुछ साल पहले तक वह अमीर व्यक्तियों की लिस्ट में काफी ऊपर थे लेकिन पिछले कुछ सालों में उनकी संपत्ति में कमी आई है और अब वह दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तिों की लिस्ट में 243वें स्थान पर आ गए हैं, ब्लूमबर्ग बिलिनेयर इंडेक्स के मुताबिक उनकी कुल संपत्ति लगभग 6.63 अरब डॉलर दर्ज की गई है।
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