मजबूत आर्थिक संकेतों और टीकाकरण में तेजी से रुपये में सुधार की उम्मीद: एक्सपर्ट
एक्सपर्ट्स का अनुमान है कि अगले हफ्ते रुपया मजबूती के रुख के साथ 72.9 से 74 के सीमित दायरे में बना रह सकता है।
नई दिल्ली। आने वाले समय में डॉलर के मुकाबले रुपये में मजबूती की उम्मीद है। करंसी मार्केट पर नजर रखने वाले एक्सपर्ट्स के मुताबिक मजबूत आर्थिक संकेतों और देश में जारी टीकाकरण की रफ्तार बढ़ने से रुपये में मजबूती आने की पूरी उम्मीद है। विशेषज्ञ मान रहे हैं कि आर्थिक संकेत बेहतर रहने से घरेलू बाजारों में निवेश की रफ्तार बढ़ेगी और इसका सीधा फायदा घरेलू करंसी को मिलेगा। हालांकि फेडरल रिजर्व के द्वारा पॉलिसी में किसी तरह का सख्त रुख इस प्रवाह पर नकारात्मक असर भी डाल सकता है। जानकारों के मुताबिक ऐसे कदमों से एफआईआई वापस विकसित अर्थव्यवस्थाओं की तरफ जा सकते हैं।
एडलवाइस सिक्योरिटीज के फॉरेक्स एंड रेट्स, प्रमुख सजल गुप्ता ने कहा कि फिलहाल रुपये की चाल फेडरल रिजर्व और विदेशी बाजारों के संकेतों पर निर्भर करेगी। भारतीय अर्थव्यवस्था की ग्रोथ से जुड़े आंकड़े उत्साहजनक हैं, वहीं टीकाकरण की रफ्तार भी तेज है। हालांकि आईपीओ मार्केट में बीते हफ्ते की सुस्ती से फ्लो थोड़ा कम हुआ है। बीते सप्ताह डॉलर के मुकाबले रुपया 73.5 के स्तर पर बंद हुआ है।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के डिप्टी हेड ऑफ रिटेल रिसर्च देवर्ष वकील ने कहा, पिछले हफ्ते डॉलर में शॉर्ट-कवरिंग के बाद, हम उम्मीद करते हैं कि इस हफ्ते डॉलर में नरमी आ सकती है। उम्मीद से कमजोर आर्थिक संख्या जैसे नौकरियों की रिपोर्ट में कमी से अनुमान है कि फेड राहत कदमों को वापस लेने की प्रक्रिया अनुमानों के मुकाबले धीमी रख सकता है। वहीं मजबूत आर्थिक ग्रोथ, बेहतर टैक्स कलेक्शन और निर्यातकों को प्रदान किये गये प्रोत्साहन से आने वाले समय मे रुपये को मजबूती मिल सकती है। इसके अलावा, वकील को उम्मीद है कि आगामी सप्ताह में रुपया 72.9 से 74 के सीमित दायरे में बना रहेगा, जिसमें रुपये की दिशा मजबूती की तरफ रहेगी।
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