SBI और HDFC ग्राहक ध्यान दें! इंटरनेट, यूपीआई सर्विस बंद होने को लेकर बड़ी खबर
भारतीय स्टेट बैंक की इंटरनेट बैंकिंग, यूपीआई, योनो और योनो लाइट सेवाएं बंद होने को लेकर बड़ी खबर है। ऐसे में ग्राहकों को सूचित किया जाता है कि अपने जरुरी बैंकिग काम जल्दी निपटा ले ताकि आपको असुविधा ना हो।
नई दिल्ली: भारतीय स्टेट बैंक और एचडीएफसी बैंक की इंटरनेट बैंकिंग, यूपीआई सेवाएं बंद होने को लेकर बड़ी खबर है। एसबीआई की इंटरनेट बैंकिंग, यूपीआई, योनो और योनो लाइट सेवाएं और एचडीएफसी बैंक की इंटरनेट और मोबाइल बैंकिग सेवाओं को लेकर यह खबर है। ऐसे में ग्राहकों को सूचित किया जाता है कि अपने जरुरी बैंकिग काम जल्दी निपटा ले ताकि आपको असुविधा ना हो।
दरअसल एसबीआई ने जानकारी देते हुए बताया है कि उसकी ऑनलाइन इंटरनेट बैंकिंग, यूपीआई, योनो और योनो लाइट सेवाएं शुक्रवार रात से शुरू होकर 150 मिनट तक उपलब्ध नहीं रहेंगी। वहीं एचडीएफसी बैंक ने जानकारी दी है कि 18 जुलाई रात 12 बजे से सुबह 6 बजे तक उसकी इंटरनेट और मोबाइल बैंकिग सेवाएं मेंटेनेंस के कारण बंद रहेगी। एचडीएफसी बैंक ने अपने ग्राहकों को यह जानकारी ईमेल के द्वारा दी है।
एसबीआई ने ट्वीट कर जानकारी देते हुए कहा, "हम अपने सम्मानित ग्राहकों से अनुरोध करते हैं कि वे हमारे साथ रहें क्योंकि हम बेहतर बैंकिंग अनुभव प्रदान करने का प्रयास करते हैं।" भारतीय स्टेट बैंक ने एक "महत्वपूर्ण सूचना" में कहा कि एसबीआई के ग्राहक 16 जुलाई को रात 10:45 बजे से 17 जुलाई को सुबह 1.15 बजे तक इंटरनेट बैंकिंग, यूपीआई, योनो और योनो लाइट सेवाओं का उपयोग नहीं कर पाएंगे।
एसबीआई ने कहा, "हम 16.07.2021 को 22:45 बजे और 17.07.2021 (150 मिनट) को 01.15 बजे के बीच मेंटेनेंस गतिविधियां करेंगे।" भारतीय स्टेट बैंक ने कहा कि इस अवधि के दौरान एसबीआई इंटरनेट बैंकिंग, योनो, योनो लाइट और यूपीआई सेवाएं उपलब्ध नहीं होंगी। एसबीआई ने ट्विटर पर अपने ग्राहकों को सूचित करते हुए कहा, "हमें हुई असुविधा के लिए खेद है और आपसे अनुरोध है कि आप हमारे साथ रहें।"
देश में एसबीआई की 22,000 से अधिक शाखाएं देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई की 22,000 से अधिक शाखाएं हैं और 57,889 एटीएम है। 31 दिसंबर, 2020 की स्थिति के अनुसार इंटरनेट बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग उपयोग करने वाले ग्राहकों की संख्या क्रमश: 8.5 करोड़ और 1.9 करोड़ है। वहीं बैंक के यूपीआई का उपयोग करने वाले ग्राहकों की संख्या 13.5 करोड़ है।
रिजर्व बैंक ने मास्टर कार्ड पर देश मे नये ग्राहक बनाने को लेकर प्रतिबंध लगाया
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने मास्टरकार्ड एशिया पैसेफिक को 22 जुलाई से नये क्रेडिट, डेबिट और प्रीपेड कार्ड ग्राहक बनाने पर रोक लगा दी है। कंपनी द्वारा आंकड़ा रखरखाव नियमों का अनुपालन नहीं करने को लेकर यह कदम उठाया गया है। आरबीआई ने कहा कि इस कदम से मास्टरकार्ड के मौजूदा ग्राहकों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। केंद्रीय बैंक ने कहा कि मास्टरकार्ड के खिलाफ कार्रवाई की गयी है। ‘‘कंपनी को पर्याप्त समय और अवसर देने के बाद भी, वह भुगतान प्रणाली आंकड़ों के रखरखाव पर दिशानिर्देशों का अनुपालन करने में विफल रही है।’’
आरबीआई के अनुसार, इस निर्देश का मास्टरकार्ड के मौजूदा ग्राहकों पर असर नहीं होगा। ‘‘मास्टरकार्ड सभी कार्ड जारी करने वाले बैंकों और गैर-बैंकों को इन निर्देशों का पालन करने की सलाह देगी।’’ केंद्रीय बैंक के अनुसार भुगतान प्रणाली आंकड़ों के रखरखाव को लेकर छह अप्रैल, 2018 को परिपत्र जारी किया गया था। इसके तहत सभी संबंधित सेवा प्रदाताओं को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया कि वे छह महीने के भीतर भुगतान व्यवस्था से संबंधित सभी आंकड़े केवल भारत में ही रखने की व्यवस्था करें।
मास्टरकार्ड तीसरी प्रमुख भुगतान प्रणाली परिचालक है, जिस पर भुगतान प्रणाली आंकड़ों के रखरखाव पर आरबीआई के निर्देश का अनुपालन न करने को लेकर प्रतिबंध लगाया गया है। इससे पहले, आरबीआई ने अमेरिकन एक्सप्रेस बैंकिंग कॉर्प और डाइनर्स क्लब इंटरनेशनल लिमिटेड को आंकड़ा रखे जाने से जुड़े मानदंडों का उल्लंघन करने के लिए एक मई से अपने कार्ड नेटवर्क पर नए घरेलू ग्राहकों को जोड़ने से प्रतिबंधित कर दिया था।