नई दिल्ली। सहारा ग्रुप की बड़ी संख्या में परिसंपत्तियों की बिक्री के कठिन काम को अंजाम देने के लिए समझा जाता है कि भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने एचडीएफसी रीयल्टी और एसबीआई कैपिटल को अपने साथ जोड़ा है। ये कंपनियां संपत्ति की बिक्री प्रक्रिया में सेबी की मदद करेंगी। सूत्रों ने बताया कि एचडीएफसी रीयल्टी और एसबीआई कैपिटल बाजार नियामक की मूल्यांकन तथा उच्चतम न्यायालय के निर्देशों के अनुसार चुनी गई संपत्तियों की बिक्री प्रक्रिया में मदद करेंगी। हालांकि, इस बारे में आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है।
सुप्रीम कोर्ट आज होगी सुनवाई
सेबी-सहारा मामले की आज सुप्रीम कोर्ट में आगे की सुनवाई होनी है। पिछले महीने उच्चतम न्यायालय ने सेबी से उन संपत्तियों की बिक्री की प्रक्रिया शुरू करने को कहा था जिनकी बैनामा सहारा द्वारा पहले ही जमा करा दिया गया है। सेबी को उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायधीश न्यायमूर्ति बी एन अग्रवाल के विचार विमर्श और निगरानी में बिक्री की एक उचित प्रणाली बनाने को कहा गया था। साथ ही नियामक को इस मामले में जरूरी होने पर विशेषज्ञों या विशेषज्ञ एजेंसियों की मदद लेने को भी कहा गया था।
सेबी के वकील ने कहा- ‘संपत्ति बेचना बड़ी मेहनत का काम’
सेबी के वकील अरविंद दातर ने कहा कि सहारा समूह की संपत्ति की बिक्री एक बड़ी मेहनत का काम होगा। सहारा प्रमुख सुब्रत राय की रिहाई के लिए जमानत राशि जुटाने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने सेबी से सहारा समूह की 87 संपत्ति की बिक्री की प्रक्रिया शुरू करने को कहा, जिसके मालिकाना हक के कागज नियामक के पास हैं। सहारा समूह के साथ कानूनी लड़ाई में सेबी के वकील रहे दातर ने कहा कि संपत्ति की बिक्री बड़ी मेहनत वाला काम होगा। उन्होंने कहा,’ कई संपत्ति है, जिसका मूल्य करीब 40,000 करोड़ रुपए है।
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