FY20 में सबसे ज्यादा 18.92 करोड़ रुपए का वेतन पाने वाले बैंकर बने आदित्य पुरी, अक्टूबर में हो रहे हैं सेवानिवृत्त
बैंक के ग्रुप हेड और अगले प्रमुख बनने वाले शशीधर जगदीशन को वित्त वर्ष 2019-20 में 2.91 करोड़ रुपए का वेतन प्राप्त हुआ।
नई दिल्ली। एचडीएफसी बैंक के मैनेजिंग डायरेक्टर आदित्य पुरी वित्त वर्ष 2019-20 में सबसे ज्यादा वेतन पाने वाले बैंकर के रूप में उभरकर सामने आए हैं। इस दौरान उन्हें कुल 18.92 करोड़ रुपए का वेतन व अन्य भत्ते प्राप्त हुए हैं। बैंक की वार्षिक रिपोर्ट में कहा गया है कि इस दौरान पुरी को अतिरिक्त 161.56 करोड़ रुपए की भी आमदनी स्टॉक ऑप्शन से हुई है। पुरी इस साल अक्टूबर में सेवानिवृत्त होने जा रहे हैं। पुरी 70 साल के हो रहे हैं। वित्त वर्ष 2018-19 में पुरी को स्टॉक ऑप्शन से 42.20 करोड़ रुपए की कमाई हुई थी। वित्त वर्ष 2018-19 में उनकी सकल वेतन 13.65 करोड़ रुपए था।
बैंक अधिकारी ने बताया कि आरबीआई ने वित्त वर्ष 2017-18 और 2018-19 के लिए बोनस की मंजूरी भी 2019-20 में प्रदान की है। इसकी वजह से एक साल में पुरी को दो साल का बोनस एक साथ मिला है। इस वजह से उनके सकल वेतन में 38 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। यदि इस बोनस को हटा दें तो वेतन में वृद्धि 20 प्रतिशत है।
बैंक के ग्रुप हेड और अगले प्रमुख बनने वाले शशीधर जगदीशन को वित्त वर्ष 2019-20 में 2.91 करोड़ रुपए का वेतन प्राप्त हुआ। दूसरे सबसे बड़े प्राइवेट बैंक आईसीआईसीआई बैंक के मैनेजिंग डायरेक्टर और मुख्य कार्यकारी संदीप बख्शी को वित्त वर्ष 2019-20 में कुल 6.31 करोड़ रुपए का वेतन प्राप्त हुआ। बख्शी ने अक्टूबर 2018 में बैंक की जिम्मेदारी संभाली थी और वित्त वर्ष 2018-19 में पार्ट ईयर भुगतान के रूप में उन्हें 4.90 करोड़ रुपए मिले थे। एक्सिस बैंक के मैनेजिंग डायरेटर और चीफ एग्जीक्यूटिव अमिताभ चौधरी को वित्त वर्ष 2019-20 में 6.01 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया।
पुरी के मनपसंद उत्तराधिकारी ने एचडीएफसी बैंक में बिताए हैं 25 साल
एचडीएफसी बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी आदित्य पुरी ने कहा है कि उनका पसंदीदा उत्तराधिकारी एक आंतरिक उम्मीदवार है, जिसने बैंक में 25 साल बिताए हैं। हालांकि, उन्होंने उम्मीदवार का नाम नहीं बताया। पुरी ने शनिवार को आयोजित बैंक के वर्चुअल एजीएम में शेयरधारकों से कहा कि ‘वह (उत्तराधिकारी) 25 साल से हमारे साथ है। मेरा उत्तराधिकारी हमेशा से था, कम से कम मेरे दिमाग में था।
उत्तराधिकारी के प्रशिक्षण और व्यावसायिक समझ के बारे में उन्होंने कहा कि उम्मीदवार ने बहुत अच्छी तरह से सीखा है। गौरतलब है कि एचडीएफसी बैंक की सफलता के लिए पुरी को व्यापक रूप से श्रेय दिया जाता है। इस साल की शुरुआत में एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया था कि बैंक ने पूरी के संभावित उत्तराधिकारी के रूप में आंतरिक उम्मीदवार शशिधर जगदीशन और काइजाद भड़ूचा और सिटी के सुनील गर्ग के नामों का चयन किया है। बैंक ने जून में कहा था कि उसने आरबीआई को वरीयता क्रम के अनुसार तीन नाम दिए हैं। पुरी ने कहा कि अब आरबीआई को बैंक के नामों से चयन करना है। साथ ही उन्होंने जोड़ा कि बैंक के लिए उत्तराधिकारी के चयन को लेकर कोई समस्या नहीं है।
50 हजार करोड़ रुपए का कर्ज जुटाने की शेयरधारकों से मंजूरी
एचडीएफसी बैंक को बाजार में निजी नियोजन से बांड जारी कर 50 हजार करोड़ रुपए की पूंजी जुटाने के लिए शेयरधारकों से मंजूरी मिल गई है। बैंक की रविवार को सम्पन्न वार्षिक महासभा में इस आशय के प्रस्ताव को स्वीकृति मिली।
एचडीएफसी बैंक ने शेयर बाजारों को सूचित किया कि उसके शेयरधारकों ने बिना जमानत वाले टीयर—1, टीयर—2 और दीर्घावधिक बांड निजी नियोजन के आधार पर जारी कर कुल 50 हजार करोड़ रुपए की राशि जुटाने की मंजूरी दी है। बैठक में काइजाद भरूचा को फिर कार्यकारी निदेशक के रूप में नियुक्त करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई।