नई दिल्ली। देश के दूसरे सबसे बड़े प्राइवेट सेक्टर के बैंक HDFC बैंक का शुद्ध मुनाफा वित्त वर्ष 2016-17 की चौथी तिमाही में 18.2 प्रतिशत बढ़कर 3,990 करोड़ रुपए रहा। वित वर्ष 2015-16 की समान तिमाही में बैंक का शुद्ध मुनाफा 3,374 करोड़ रुपए था। बैंक ने अपने शेयरधारकों को 11 रुपए प्रति शेयर का डिविडेंड देने की भी घोषणा की है।
चौथी तिमाही में तनाव ग्रस्त लोन के लिए प्रोवीजन में भी लगभग दोगुना वृद्धि हुई है। इस तिमाही में बैंक ने इसके लिए 1,261 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 662 करोड़ रुपए था। जनवरी-मार्च तिमाही में बैंक की कुल आय बढ़कर 21,560 करोड़ रुपए रही, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 18,862 करोड़ रुपए थी।
पूरे वित्त वर्ष 2016-17 के लिए एचडीएफसी बैंक का शुद्ध मुनाफा 18.3 प्रतिशत वृद्धि के साथ 14,549 करोड़ रुपए रहा है। मार्च तिमाही में बैंक का सकल गैर-निष्पादित संपत्ति (NPA) भी बैंक के कुल लोन के मुकाबले बढ़कर 1.05 प्रतिशत हो गई, जो कि पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 0.94 प्रतिशत थी।
जनवरी-मार्च तिमाही के लिए बैंक की शुद्ध ब्याज आय भी 21.49 फीसदी बढ़कर 9,055.10 करोड़ रुपए रही, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 7,453.34 करोड़ रुपए थी। बैंक की संपत्ति गुणवत्ता भी स्थिर बनी रही। चौथी तिमाही के लिए बैंक का संचालन खर्च 13.90 प्रतिशत बढ़कर 5,221.96 करोड़ रुपए रहा, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 4,584.30 करोड़ रुपए था। बैंक का कॉस्ट-टू-इनकम अनुपात चौथी तिमाही में 42.40 प्रतिशत रहा, जो कि पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में 44.90 प्रतिशत था।
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