नई दिल्ली। भारत के सबसे मूल्यवान और प्राइवेट सेक्टर के सबसे बड़े बैंक एचडीएफसी बैंक ने शुक्रवार को बताया कि चालू वित्त वर्ष की तिसरी तिमाही में 2,457.3 करोड़ रुपए का टैक्स देने के बाद बैंक को 4,642.6 करोड़ रुपए का शुद्ध मुनाफा हुआ है। यह पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही की तुलना में 20.1 प्रतिशत अधिक है। वित्त वर्ष 2016-17 की तीसरी तिमाही में बैंक को 3,865.33 करोड़ रुपए का शुद्ध मुनाफा हुआ था।
बैड लोन की बात करें तो समीक्षाधीन अवधि में बैंक का ग्रॉस एनपीए मामूली बढ़कर 1.29 प्रतिशत हो गया, जो इससे पहले जुलाई-सितंबर 2017-18 तिमाही में 1.26 प्रतिशत था। बैंक का शुद्ध एनपीए 31 दिसंबर 2017 को समाप्त तिमाही में 0.44 प्रतिशत था। तीसरी तिमाही के लिए बैंक ने प्रावधान और आकस्मिक खर्च के लिए 1351.4 करोड़ रुपए रखे, जबकि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में यह आंकड़ा 715.8 करोड़ रुपए था।
तीसरी तिमाही में बैंक का कर बाद लाभ 20.5 प्रतिशत बढ़कर 7,099.9 करोड़ रुपए रहा। इस तिमाही में बैंक की कल आय 24,450.4 करोड़ रुपए रही, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 20,748.3 करोड़ रुपए थी। इस तिमाही में बैंक का शुद्ध राजस्व (शुद्ध ब्याज आय और अन्य आय) 23.9 प्रतिशत बढ़कर 14,183.5 करोड़ रुपए हो गई, जो पिछले साल समान तिमाही में 11,451.8 करोड़ रुपए थी।
बैंक की शुद्ध ब्याज आय (शुद्ध ब्याज में से ब्याज खर्च घटाने के बाद) तीसरी तिमाही में 24.1 प्रतिशत बढ़कर 10,314.3 करोड़ रुपए हो गई, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 8,309.1 करोड़ रुपए थी। 31 दिसंबर 2017 तक बैंक की टोटल बैलेंस शीट का आकार 9,49,079 करोड़ रुपए हो गया, जो 31 दिसंबर 2016 को 8,28,020 करोड़ रुपए था।
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