नई दिल्ली। कृषक संगठन FAIFA ने सरकार से देश में सिगरेट की तस्करी को हतोत्साहित करने वाली टैक्सेशन नीति अपनाने का आग्रह किया है। संगठन ने इस सप्ताह होने वाली GST काउंसिल की महत्वपूर्ण बैठक से पहले यह बात कही है। आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक तथा गुजरात जैसे राज्यों के किसानों का प्रतिनिधित्व करने वाला फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया फार्मर एसोसिएशन (FAIFA) ने कहा कि सिगरेट की तस्करी से देश में वैध रूप से तंबाकू तैयार करने वाले किसान प्रभावित हुए हैं।
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संगठन ने वित्त मंत्री अरुण जेटली से अनुरोध किया कि संतुलित और एक समान टैक्सेशन व्यवस्था के जरिए भारतीय तंबाकू किसानों के हितों का संरक्षण किया जाए। FAIFA के महासचिव मुरली बाबू ने एक बयान में कहा कि हम सरकार से ऐसी टैक्सेशन नीति की अपील करते हैं जिससे देश में सिगरेट तस्करी हतोत्साहित हो। उन्होंने कहा कि सरकार के लिए अवैध करोबार को खत्म करने के लिए GST एक अवसर है।
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टैक्स बढ़ने से सिगरेट की तस्करी में हुआ है इजाफा
मुरली ने कहा कि इस व्यवस्था के लागू होने से तंबाकू किसानों के लिए आजीविका के जो अवसर खत्म हुए हैं, वे फिर से आएंगे। FAIFA ने कहा कि हाल में उत्पाद शुल्क में तीव्र वृद्धि से देश में सिगरेट की तस्करी बढ़ी है। कम कर वाले बाजार से सिगरेट खरीदकर उसे अधिक कर वाले स्थानों पर बेचा जा रहा है। संगठन के अनुसार इससे 9,200 करोड़ रुपए का राजस्व नुकसान हुआ और इसमें हर साल बढ़ोतरी हो रही है।
यह मांग ऐसे समय की गई है जब GST काउंसिल की श्रीनगर में 18-19 मई को बैठक होने वाली है। बैठक में चार नियमों को अंतिम रूप दिए जाने तथा प्रमुख जिंसों एवं सेवाओं के जिये GST दर तय किए जाने की संभावना है।
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