अहमदाबाद: पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट बुलट ट्रेन को झटका लग सकता है। नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एनएचएसआरसीएल) ने गुरुवार को कहा कि अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट पीछे रह सकता है अगर महाराष्ट्र में अगले तीन महीने में जमीन का अधिग्रहण नहीं किया जाता है। एनएचएसआरसीएल के एमडी अचल खरे ने कहा कि परियोजना को पूरा करने के लिए 2023 की समय सीमा संभव नहीं क्योंकि गुजरात की ओर से सिविल कार्य 2024 तक पूरा होने की उम्मीद है।'
एनएचएसआरसीएल ने गुजरात में परियोजना की 352 किलोमीटर लंबी भूमि के 95 प्रतिशत हिस्से का अधिग्रहण कर लिया है, लेकिन महाराष्ट्र में 156 किलोमीटर की सीमा के लिए केवल 23 प्रतिशत भूमि का अधिग्रहण कर पाई है। खेर ने कहा, "352 किलोमीटर लंबी स्ट्रैच में हमें 95 प्रतिशत भूमि लोगों के सहयोग के साथ-साथ गुजरात सरकार ने भी दी है।"
उन्होंने कहा, "एनएचएसआरसीएल महाराष्ट्र में 23 फीसदी भू-भाग का अधिग्रहण करने में सक्षम है। अगर हम अगले तीन महीनों में लगभग 70 फीसदी से 80 फीसदी जमीन हासिल कर लेते है तभी हम एक साथ पूरी परियोजना शुरू कर सकते हैं।" यदि नहीं ऐसा नही हुआ तो एनएचएसआरसीएल को पहले चरण में बुलेट ट्रेन के गुजरात के कार्य को खोलने पर विचार करना होगा और दूसरे चरण में महाराष्ट्र पर काम होगा। खरे ने कहा, "महाराष्ट्र में भूमि अधिग्रहण को लेकर कई मुद्दे हैं। परियोजना के गुजरात चरण को खोलने के लिए हम अपने जापानी समकक्षों के साथ बातचीत कर रहे हैं।"
बुलेट ट्रेन में गुजरात में आठ और महाराष्ट्र में चार स्टेशन होंगे। खरे ने कहा, "साबरमती और अहमदाबाद स्टेशनों के लिए निविदाएं और उस शहर में 18 किमी खंड 25 मार्च को जारी किए जाएंगे, जबकि वडोदरा स्टेशन और उस शहर में 7 से 8 किमी खंड के लिए जून में जारी किया जाएगा।"
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