नई दिल्ली। देश में एनर्जी सेक्टर में विभिन्न स्तरों पर ग्रीन ग्रोथ हस्तक्षेप से 2031 तक 117 लाख लोगों के लिए रोजगार के मौके बन सकते हैं। द एनर्जी एंड रिर्सोसेस इंस्टीट्यूट (टेरी) और ग्लोबल ग्रीन ग्रोथ इंस्टीट्यूट (जीजीजीआई) की सांझा रिपोर्ट के अनुसार क्लाइमेट चेंज से निपटने, नेचुरल रिसोर्स मैनेजमेंट, सस्टेनेबल एनर्जी और इंक्लूसिव ग्रोथ के लिए ग्रीन ग्रोथ हस्तक्षेप की अहमियत को रेखांकित किया गया है। इसके कारण एनर्जी सेक्टर में रोजगार के मौके बनेंगे। दूसरी ओर देश की दिग्गज कंपनी विप्रो 25,000 और आईटी प्रोफेशनल्स की नियुक्ति करेगी।
पंजाब और हिमाचल में होंगे सबसे अधिक मौके
रिपोर्ट में राष्ट्रीय स्तर और पंजाब एवं हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों के बारे में जानकारी दी गई हैं, जिसका मकसद ग्रीन ग्रोथ और भरोसेमंद विकास की ओर प्रेरित करना है। राष्ट्रीय स्तर पर एनर्जी सेक्टर 2031 तक 117 लाख लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है। वहीं, राज्य हस्तक्षेप का सवाल है, पंजाब में फसलों से 6 से 8 फीसदी वाष्प उत्सर्जन होगा, जिससे सिंचाई की जरूरत बढ़ेगी।
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विप्रो कर्नाटक में 25,000 आईटी प्रोफेशनल्स की नियुक्ति करेगी
विप्रो के चेयरमैन अजीम प्रेमजी ने कहा कि यह आईटी कंपनी राज्य में 25,000 और प्रोफेशनल्स की नियुक्ति करेगी। प्रेमजी ने कहा, अपने इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी कारोबार में हम बड़े पैमाने पर विस्तार कर रहे हैं। इसके तहत हम राज्य में 25,000 आईटी प्रोफेशनल्स की भर्ती करेंगे। उन्होंने कहा, हमारा अनुभव यह है कि देश में बेहतर प्रतिभा का स्त्रोत बेंगलुरू है। प्रेमजी ने कहा कि कंपनी के यहां 55,000 से अधिक कर्मचारी हैं और राज्य में हम कारोबार का विस्तार कर रहे हैं।
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