नई दिल्ली। सरकार भारत को एक बड़े वैश्विक विनिर्माण और निर्यात केन्द्र के रूप में बदलने के लिये उभरते क्षेत्रों में ढांचागत सुधारों के मामले में एक पैकेज पर काम कर रही है। नीति आयोग के मुख्य कार्याधिकारी (सीईओ) अमिताभ कांत ने यह जानकारी दी। अखिल भारतीय प्रबंधन संघ (आइमा) द्वारा भारतीय अर्थव्यवस्था के कोविड-19 बाद के परिदृश्य पर आयोजित आनलाइन परिचर्चा सत्र में उन्होंने स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा, आवागमन, जिनोमिक्स, कृत्रिम मेधा, 5जी नेटवर्क, वित्तीय प्रौद्योगिकी और विनिर्माण को बुनियादी ढांचागत सुधारों के मामले में त्वरित और उच्च प्राथमिकता वाला क्षेत्र बताया।
आइमा के यहां जारी वक्तव्य में कांत के हवाले से कहा कि ये वृद्धि के नये क्षेत्र हैं जिनमें आने वाले समय में तीव्र बदलाव होना जरूरी लगता है और जिनमें गति, आकार और व्यापक पैमाने की की जरूरत होगी। कांत ने कहा कि कोविड-19 के बाद की अवधि में सरकार के लिये विनिर्माण एक महत्वपूर्ण ध्यान देने वाला क्षेत्र होगा क्योंकिं भारत चीन में आपूर्ति श्रृंखला में आ रहे व्यावधान का लाभ उठाना चाहता है।
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