नई दिल्ली। सरकार मौद्रिक नीति रूपरेखा करार के तहत इस सप्ताह अगले पांच साल के लिए मुद्रास्फीति का लक्ष्य अधिसूचित कर सकती है। एक शीर्ष अधिकारी ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि यह वृद्धि के लक्ष्य को पूरा करने के साथ मूल्य स्थिरता बनाये रखने के बारे में होगा।
अधिकारी ने कहा, हम जल्द मुद्रास्फीति का लक्ष्य अधिसूचित करेंगे। इसे एक-दो दिन मेंअधिसूचित किया जा सकता है। सरकार और रिजर्व बैंक ने पिछले साल फरवरी में मौद्रिक नीति रूपरेखा करार किया था। इसके तहत रिजर्व बैंक ब्याज दरें तय करेगा और जनवरी, 2016 तक मुद्रास्फीति को 6 फीसदी से नीचे लाने का लक्ष्य करेगा। वर्ष 2016-17 और बाद के वर्षों में केंद्रीय बैंक मुद्रास्फीति को 4 फीसदी (दो प्रतिशत उपर या नीचे) लाने का लक्ष्य लेकर चलेगा।
वित्त अधिनियम 2016 के जरिए सरकार ने मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) बनाने को रिजर्व बैंक कानून में संशोधन किया है, जिसमें विशेष रूप से मुद्रास्फीति लक्ष्य रखने का प्रावधान किया गया। हालांकि, इसमें मुद्रास्फीति लक्ष्य को अधिसूचित नहीं किया गया है। संशोधन के तहत कंेद्र सरकार रिजर्व बैंक के साथ विचार विमर्श कर उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के मामले में प्रत्येक पांच साल में एक बार मुद्रास्फीति का लक्ष्य तय करेगी। केंद्र सरकार मुद्रास्फीति के लक्ष्य को आधिकारिक गजट में अधिसूचित करेगी। रिजर्व बैंक कानून की धारा 45जेडए के अनुसार सरकार प्रत्येक पांच साल में रिजर्व बैंक के साथ विचार विमर्श कर उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित खुदरा मुद्रास्फीति का लक्ष्य अधिसूचित करेगी।
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