Tata की इस कंपनी में OFS के जरिये अपनी हिस्सेदारी बेच रही है सरकार, 1161 रुपये तय किया फ्लोर प्राइस
भारत के राष्ट्रपति टाटा कम्युनिकेशंस के एक प्रवर्तक (विक्रेता) हैं। विक्रेता ने 16 मार्च, 2021 को टाटा कम्युनिकेशंस के 2,85,00,000 इक्विटी शेयरों की बिक्री का प्रस्ताव किया है।
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने कहा है कि वह टाटा कम्युनिकेशंस लि. (Tata Communications Ltd : TCL) में बिक्री पेशकश (OFS) के जरिये आज अपनी 16.12 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचेगी। इसके लिए न्यूनतम मूल्य 1,161 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है। टाटा कम्युनिकेशंस (पूर्ववर्ती वीएसएनएल) से बाहर निकलने की योजना के तहत सरकार ने शुरुआत में 2.85 करोड़ इक्विटी शेयरों की बिक्री की पेशकश की है। यह कंपनी की 10 प्रतिशत चुकता इक्विटी शेयर पूंजी के बराबर है। इसके अलावा सरकार अधिक अभिदान विकल्प में अतिरिक्त 1.74 करोड़ इक्विटी शेयरों की बिक्री कर सकती है। यह टाटा कम्युनिकेशंस में 6.12 प्रतिशत हिस्सेदारी के बराबार होगा।
सरकार ने ओएफएस के लिए नोटिस में कहा है कि भारत के राष्ट्रपति टाटा कम्युनिकेशंस के एक प्रवर्तक (विक्रेता) हैं। विक्रेता ने 16 मार्च, 2021 को टाटा कम्युनिकेशंस के 2,85,00,000 इक्विटी शेयरों की बिक्री का प्रस्ताव किया है। यह कंपनी की कुल जारी और चुकता इक्विटी शेयर पूंजी का 10 प्रतिशत है। यह बिक्री सिर्फ गैर-खुदरा निवेशकों के लिए होगी।
रिटेल इनवेस्टर्स और नॉन-रिटेल इनवेस्टर्स के लिए शेयरों की बिक्री के लिए विंडो 17 मार्च को खुलेगी। दीपम सचिव तूहीन कांता पांडे ने कहा कि टीसीएल में भारत सरकार की हिस्सेदारी बिक्री के लिए ओएफएस मंगलवार को नॉन-रिटेल इनवेस्टर्स के लिए खुलेगा। इसके अगले दिन बुधवार को रिटेल इनवेस्टर्स के लिए बिक्री की जाएगी।
सरकार ने इस ओएफएस में 25 प्रतिशत हिस्सा म्यूचुअल फंड्स और इंश्योरेंस कंपनियों के लिए आरक्षित रखा है। 10 प्रतिशत हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स के लिए आरक्षित है। टीसीएल के शेयरहोल्डिंग पैटर्न के मुताबिक, कंपनी में प्रमोटर्स की हिस्सेदारी 74.99 प्रतिशत है। इसमें भारत सरकार की हिस्सेदारी 26.12 प्रतिशत और पैनाटोन फिनवेस्ट की 34.80 प्रतिशत, टाटा संस की 14.07 प्रतिशत हिस्सेदारी है। शेष 25.01 प्रतिशत हिस्सेदारी सार्वजनिक है।
डिपार्टमेंट ऑफ इनवेस्टमेंट एंड पब्लिक असेट मैनेजमेंट (दीपम) की योजना चालू वित्त वर्ष के दौरान टीसीएल में अपनी पूरी हिस्सेदारी बेचने की है। विनिवेश प्लान के तहत टीसीएल में सरकार अपनी 16.12 प्रतिशत हिस्सेदारी ओएफएस के जरिये बेचेगी इसके बाद शेष हिस्सेदारी को पैनाटोन फिनवेस्ट को बेची जाएगी। चालू वित्त वर्ष में सरकार अबतक विनिवेश से 21,302 करोड़ रुपये जुटा पाई है।
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