नई दिल्ली। किसानों की आय दोगुनी करने के अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए अब सरकार देसी गाय के सह-उत्पादों जैसे गोमूत्र और गोबर सहित अन्य के जरिये उत्पादों का निर्माण करने वाले उद्यमियों को प्रोत्साहित करेगी। एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि ऐसे कई उत्पादों की पहचान की गई है, जिनका निर्माण गाय के दूध, गोमूत्र और गाय के गोबर का उपयोग कर किया जा सकता है।
अधिकारी ने बताया कि आयुष मंत्रालय से इस पर अपने विचार प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है। कृषि राज्यमंत्री कृष्णा राज द्वारा आज बुलाई गई बैठक में इस मुद्दे पर विस्तार से चर्चा हुई। बैठक में विभिन्न मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।
सूत्र ने कहा कि एक बार कारोबार विस्तार के लिए इन उत्पादों की पहचान के बाद लघु उद्यमों को प्रोत्साहित किया जाएगा। इन उद्यमों को एमएसएमई मंत्रालय द्वारा चलाई जाने वाली योजनाओं के तहत वित्तीय मदद मुहैया कराई जाएगी। गाय के गोबर से प्राकृतिक कीटनाशक- उर्वरक और गोबर गैस के उत्पादन के अलावा गोबर की ईंट, घर में इस्तेमाल होने वाले मैट तथा एयर प्यूरीफायर बनाए जा सकते हैं।
इसके अलावा गोमूत्र से फेशियल और अन्य सौंदर्य उत्पाद जैसे साबुन और फेसवॉश बनाने पर भी विचार किया गया। सूत्र ने कहा कि आयुष मंत्रालय से इस बारे में जल्द रिपोर्ट देने को कहा गया है। सरकार दूध आधारित उत्पादों के अलावा छोटे उद्यमियों को गाय के अन्य सह-उत्पादों का फायदा उठाने के लिए प्रोत्साहित करना चाहती है ताकि ग्रामीण भारत में रोजगार के अवसर बढ़ाए जा सकें और किसानों की आय में वृद्धि की जा सके।
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