नई दिल्ली। प्याज की बर्बादी को कम करने के लिए सरकार ने तीन विभिन्न राज्यों में इसके भंडारण क्षमता में 56,800 टन की वृद्धि करने का फैसला किया है। कृषि मंत्रालय के संयुक्त सचिव शकील अहमद ने कहा, सरकार ने महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और ओडि़शा में प्याज के भंडारण क्षमता का विस्तार करने का फैसला किया है ताकि इस महत्वपूर्ण सब्जी की बर्बादी न हो।
उन्होंने कहा कि योजना के अनुरूप मध्य प्रदेश में भंडारण क्षमता में 38,000 टन का विस्तार किया जाएगा, जबकि महाराष्ट्र के भंडारण क्षमता में 12,000 टन और ओडि़शा के भंडारण क्षमता में 6,800 टन का विस्तार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस कदम के साथ सरकार को उम्मीद है कि पूरे वर्ष भर प्याज की आसानी से आपूर्ति हो सकेगी और कीमतें नियंत्रण में रहेंगी। शकील ने कहा कि इससे अधिक उत्पादन होने की स्थिति में किसानों को भी मदद मिलेगी, जो अपने उत्पाद को औने-पौने दाम पर बेचने के बजाय उसका भंडारण कर पाएंगे।
शकील ने यह भी सूचित किया कि शीत भंडारगृह के बारे में एक नई राष्ट्रीय नीति को तैयार करने पर काम चल रहा है, ताकि कृषि और बागवानी उत्पाद दोनों के संपूर्ण आधारभूत ढांचा निर्माण के लिए दीर्घावधिक के लिए दिशानिर्देश तैयार किया जा सके। फसल का मौसम न होने के दौरान मूल्यवृद्धि की स्थिति में बाजार हस्तक्षेप करने के मकसद से बफर स्टॉक बनाने के लिए केंद्र सरकार ने किसानों से लक्ष्य से अधिक यानी 20,000 टन प्याज की खरीद की है। पिछले वर्ष सरकार ने 8,000 टन प्याज की खरीद की थी लेकिन ऐसा तब किया गया जब इसकी खुदरा कीमत 80 से 90 रुपए प्रति किग्रा के उच्च स्तर पर जा पहुंची थीं।
यह भी पढ़ें- सरकार ने बफर स्टॉक के लिए 20,000 टन खरीदा प्याज, किसानों को दिया 10 रुपए प्रति किलो का भाव
Latest Business News