सरकार ने दी काम न करने की सजा, PNB सहित इन बड़े बैंकों के प्रमुखों का हुआ तबादला
शुक्रवार को बैंकिंग रेगूलेशन एक्ट संशोधन अध्यादेश लागू होते ही सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए PNB समेत कई बड़े बैंकों के प्रमुखों का तबादला कर दिया है।
नई दिल्ली। शुक्रवार को बैंकिंग रेगूलेशन एक्ट संशोधन अध्यादेश लागू होते ही सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए PNB समेत कई बड़े बैंकों के प्रमुखों का तबादला कर दिया है। सरकार इन सभी के काम से संतुष्ट नहीं थी और इनकें द्वारा बैंकों की सेहत सुधारने के लिए उठाए गए कदमों का असर भी अभी तक देखने को नहीं मिला था। इसके अलावा सरकार ने बैड लोन के भार से जूझ रहे कुछ सरकारी बैंकों में पांच नए एमडी और चीफ एग्जिक्युटिव अधिकारियों की निक्युक्ति भी की गई हैं।
वित्त मंत्री नहीं थे काम से संतुष्ट
शुक्रवार को राष्ट्रपति द्वारा मंजूर किए गए अध्यादेश की जानकारी देने के दौरान वित्त मंत्री अरुण जेटली ने संकेत दिया था कि सरकार पब्लिक सेक्टर बैंकों के कामकाम के तरीके से संतुष्ट नहीं है। उन्होंने कहा, ‘इस ऐक्ट के पीछे मंशा यह है कि मौजूदा स्थिति को बदलना है। ऐसी स्थिति हमेशा नहीं बनी रह सकती। यह भी पढ़े: बैंक जल्द कर सकते हैं ब्याज दर में कटौती, सरकार ने ग्राहकों के लिए लोन सस्ते होने का दिया संकेत
इन प्रमुख बैंकों के अधिकारियों के हुए तबादले
सरकारी बैंकों के प्रबंधन में सुधार की प्रक्रिया के तहत सरकार ने पंजाब नैशनल बैंक (PNB) की मैनेजिंग डायरेक्टर और CEO ऊषा अनंथासुब्रमण्यन को उनके पद से हटाकर इलाहाबाद बैंक भेज दिया है। इसी तरह, बैंक ऑफ इंडिया के प्रमुख मेलविन रेगो को सिंडिकेट बैंक शिफ्ट कर दिया गया है। पिछले महीने IDBI बैंक के MD और CEO केपी खरत को इंडियन बैंक भेजकर उनकी जगह एमके जैन को लाया गया था। यह तीन बैंक उन पांच बड़े बैंकों में से एक हैं जहां प्राइवेट सेक्टर के बैंकरों को भी इंद्रधनुष योजना के तहत अप्लाई करने के लिए आमंत्रित किया गया था। इंद्रधनुष योजना की शुरुआत दो साल पहले की गई थी, जिसके तहत सरकारी बैंकों में सुधार की प्रक्रिया शुरू की गई थी। यह भी पढ़े: बैंकिंग अध्यादेश को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने दी मंजूरी, आज जारी हो सकता है ब्योरा
कॉर्पोरेशन बैंक के चीफ सुनील मेहता होंगे अब PNB के MD
शुक्रवार शाम आए नोटिफिकेशन में बताया गया है कि कॉर्पोरेशन बैंक के एग्जिक्युटिव डायरेक्टर सुनील मेहता पीएनबी चीफ के तौर पर अनंथासुब्रमण्यन की जगह लेंगे, जबकि कैनरा बैंक के एग्जिक्युटिव डायरेक्टर दीनबंधु महापात्र बैंक ऑफ इंडिया में मेलविन रेगो की जिम्मेदारी संभालेंगे। इंडियन ओवरसीज बैंक के एग्जिक्युटिव डायरेक्टर सुब्रमनिया कुमार को बैड लोन से निपटने का ईनाम दिया गया है। उनका कद बढ़ाते हुए उन्हें एमडी और सीईओ बना दिया गया है। उधर ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स के एग्जिक्युटिव डायरेक्टर राजकिरण राय का तबादला यूनियन बैंक में एमडी के तौर पर किया गया है। यह भी पढ़े: भारत के लिए बहुत बड़ी नहीं है बैंकों के NPA की समस्या, 20-30 बड़े खातों तक ही है सीमित : जेटली
काम ठीक से नहीं करने पर मिली सजा
इसके पहले इन बैंकों में प्रमुख का पद ऐसे अनुभवी बैंकरों को दिया जाता था जो छोटी जगहों से प्रमोट होकर आते थे, लेकिन अब बड़े बैंकों में सुधार की प्रक्रिया को तेजी से लागू करने के लिए अपेक्षाकृत युवा बैंकरों को यह जिम्मेदारी दी जा रही है। वित्त मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, कुछ बैंकों के प्रमुख अपना काम ठीक से नहीं कर रहे ते। वे 2-3 साल तक यूं ही खाली बैठे रहते हैं और कोई भी फैसला नहीं लेते। ऐसे में इसका असर बैंक पर पड़ता है।यह भी पढ़े: सरकारी बैंकों के विलय से बैंकिंग प्रणाली को फायदा होगा, उर्जित पटेल ने कहा NPA से निपटने में मिलेगी मदद