नई दिल्ली। 500 और 1000 रुपए के पुराने नोट प्रचलन से बाहर होने के बाद पैदा हुई आपात स्थिति से निपटने के लिए सरकार ने अपनी मशीनरी की रफ्तार बढ़ा दी है। सरकार नोट छपाई केंद्रों से लेकर एटीएम एवं बैंक तक जल्द से जल्द करंसी नोट पहुचाने के लिए सभी प्रकार के ट्रांसपोर्ट की मदद ले रही है।
यह भी पढ़ें : रेलवे ने टिकट कैसिंलेशन और रिफंड नियमों में किया बदलाव, अब वापस नहीं मिलेगा कैश
तस्वीरों में देखिए बैंकों और एटीएम के सामने की कुछ रोचक तस्वीरें
Note Ban
IndiaTV Paisa
IndiaTV Paisa
IndiaTV Paisa
IndiaTV Paisa
IndiaTV Paisa
IndiaTV Paisa
IndiaTV Paisa
IndiaTV Paisa
IndiaTV Paisa
IndiaTV Paisa
अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी रिपोर्ट के अनुसार पहले जहां छपाई केंद्रों से बैंक तक नोट पहुंचने में 21 दिनों का वक्त लगता था, वहीं अब मात्र 6 दिनों में ही नोट पहुंचाए जा रहे हैं। इसके लिए हेलीकॉप्टर्स से लेकर भारतीय वायु सेना के जहाजों का भी इस्तेमाल किया जा रहा है।
यह भी पढ़ें : Demonetization: ट्रेन की जनरल टिकट के लिए नहीं होगी कैश की जरूरत, E-wallet से कर सकेंगे बुकिंग
रिपोर्ट में कहा गया है कि शहरी क्षेत्रों में नोटों की सप्लाई अब काफी हद तक सुधर चुकी है। अगले एक हफ्ते में स्थिति और बेहतर होगी। ऐसे में अब सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में करंसी की सप्लाई बढ़ाने पर जोर दे रही है।
रिपोर्ट में वरिष्ठ सरकारी सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि अगले साल 15 जनवरी तक स्थिति सामान्य हो जाएगी। सूत्रों ने बताया कि विमुद्रीकरण से होने वाले लाभ का इस्तेमाल बैंकों को पूंजी मुहैया कराने, आधारिक संरचना के निर्माण और सशस्त्र बलों के लिए अडवांस्ड हथियार खरीदने पर किया जाएगा।
Latest Business News