नई दिल्ली। न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय के वित्त विभाग में अर्थशास्त्र के प्रोफेसर विरल वी आचार्य को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के नए डिप्टी गवर्नर होंगे। सरकार ने बुधवार को उनकी इस नियुक्ति की घोषणा की है।
केंद्रीय मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने तीन साल के लिए विरल वी आचार्य को नए डिप्टी गवर्नर नियुक्त करने को अपनी मंजूरी दी है। आचार्य ऐसे समय रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर नियुक्त किए गए हैं, जब नोटबंदी के बाद नियमों में बार-बार बदलाव को लेकर केंद्रीय बैंक की आलोचना की जा रही है।
न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय के वित्त विभाग में अर्थशास्त्र के प्रोफेसर वी वी आचार्य वित्तीय क्षेत्र में प्रणालीगत जोखिम क्षेत्र में विश्लेषण और शोध के लिए जाने जाते हैं। विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर यह जानकारी दी गई है। उनके शोध का क्षेत्र क्रेडिट और तरलता जोखिम भी रहा है।
आईआईटी मुंबई के छात्र रहे आचार्य ने 1995 में कम्प्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग में स्नातक और न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय से 2001 में वित्त में पीएचडी की है। वर्ष 2001 से 2008 तक आचार्य लंदन बिजनेस स्कूल में रहे। उन्होंने लंदन बिजनेस स्कूल के कोलर इंस्टीट्यूट ऑफ प्राइवेट इक्विटी के अकेडमी डायरेक्टर की जिम्मेदारी 2007-09 तक निभाई। वह बैंक और इंग्लैंड में 2008 की गर्मियों में सीनियर हबलोन-नॉर्मल रिसर्च फेलो भी रहे हैं।
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